जयपुर। प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने यस बैंक संकट (Yes Bank Crisis) मामले में रिलायंस समूह के अध्यक्ष अनिल अंबानी को तलब किया है। उन्हें यस बैंक की ओर से जारी किए गए लोन के मामले में पूछताछ के लिए मुंबई में प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों के सामने पेश होने के लिए कहा गया है। अनिल अंबानी ने स्वास्थ्य कारणों का हवाले देते हुए पेश होने के लिए कुछ वक्त की मांग की है। ईडी सोमवार को उन्हें दूसरा समन जारी करेगी। रिलायंस वित्तिय अधिकारियों को इस सप्ताह पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा। अनिल अंबानी को शनिवार को समन जारी किया गया था। यस बैंक ने अनिल अंबानी समूह की कंपनियों को 12,800 करोड़ रुपये का लोन दिया था। जो अब एनपीए में बदल चुका है।
यस बैंक ने इन कंपनियों को दिया लोन
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 6 मार्च को हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि यस बैंक ने अनिल अंबानी समूह, एस्सेल, आईएलएफएस, डीएचएफएल और वोडाफोन जैसी वित्तीय संकट से जूझ रही कंपनियों को लोन दिया है। अधिकारियों ने कहा है कि बड़ा लोन लेने वाली सभी बड़ी कंपनियों के प्रमोटरों को तलब किया जा रहा है। इस मामले में जांच आगे बढ़ाने के लिए सभी से पूछताछ की जा रही है।
तिमाही में 18,564 करोड़ रुपये का घाटा
संकटग्रस्त यस बैंक ने दिसंबर, 2019 में समाप्त हुई तिमाही में 18,564 करोड़ रुपये का घाटा होने की शनिवार को जानकारी दी। निजी क्षेत्र के इस बैंक का संचालन फिलहाल भारतीय रिजर्व बैंक के आदेश पर प्रशांत कुमार कर रहे हैं। बैंक ने पिछले साल इसी अवधि में 1,000 करोड़ रुपये का लाभ दर्ज किया था। सितंबर में समाप्त हुई तिमाही में 629 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।