जयपुर. विश्वविख्यात ज्वैलर्स एसोसिएषन शो “जस-19” के 13वें संस्करण का आगाज 6 अप्रैल से शुरू होगा। अध्यक्ष संजय काला और सचिव डी.पी. खण्डेलवाल ने बताया कि वैदिक ग्रंथो में पौराणिक काल से रत्नों के महत्व को दर्षाया गया है इन्हीं रंगीन रत्नों की पावर और इफेक्ट के बारे में जानकारी देने के लिए शो की थीम “रीयल इज रेयर” यानी असली का दुर्लभ अस्तित्व रखी गई है। इसके पीछे उद्देष्य यह है कि जैमस्टोन सदियों से मानव जीवन को ब्रहमांड में अपनी विषाल रहस्यमयी शक्तियों के साथ जोड़ रहा है साथ ही नेचुरल स्टोन अद्वितीय गुण रखता है जो मानव भाग्य को प्रभावित करता है।
450 से अधिक स्टाल्स
जस-19 में जयपुर की प्रसिद्ध कुंदन-मीना ज्वैलरी, लाइटवेट डिजायनर ज्वैलरी, थेवा ज्वैलरी, टेम्पल ज्वैलरी, डायमण्ड ज्वैलरी, कलर स्टोन ज्वैलरी के अतिरिक्त प्रिसीयस व सेमी प्रिसीयस में खरड़, तैयार कटस्टोन, केब्ज इत्यादि की भरपूर रेंज एक ही छत के नीचे उपलब्ध होगी।
एक छत के नीचे मिलेगा एमरल्ड
काला व खण्डेलवाल ने बताया कि शो में इस बार एमरल्ड (पन्ना) को लेकर विषेष व्यवस्था की गई है। पहली बार एमरल्ड के लिए अलग से पैवेलियन बनाया गया है। इसमें करीब 50 बूथ होगी। पैवेलियन की खासियत यह होगी कि एमरल्ड के दीवानों को एक ही छत के नीचे जांबिया, रसियन, कोलंबयिन, इथोपिया, अफगानिस्तान के साथ पंचसेर की खरड़ से लेकर फीनिष्ड एमरल्ड मिलेगा।
देश-विदेश से आयेंगे ज्वैलर्स और विजीटर्स
शो कन्वेनर रामषरण गुप्ता ने बताया कि ज्वैलरी शो में जयपुर के साथ बैंगलुरू, देहली, सूरत, कोलकाता, मुम्बई, जुनागढ़ इत्यादि शहरों के नामी-गिरामी रंगीन रत्नों और ज्वैलरी के कारोबारी की 450 बूथ्स के साथ पब्लिकेषन, मषीनरी और टुल्स की बूथ ही होंगी। भारतवर्ष के विभिन्न शहरों के अलावा हांगकांग, जापान, थाइलैण्ड, चाईना, दुबई से भी विजीटर्स के भाग लेेने की उम्मीद है।
इस बार शो का आयोजन अप्रैल में
उन्होंने आगे बताया कि जस का आयोजन पहली बार अगस्त की बजाय अप्रैल में किया जा रहा है। अप्रैल से शादियों का सीजन शुरू हो जायेगा। इस शो के दौरान देश-विदेश में कोई और बड़ा ज्वैलरी शो भी नहीं है साथ ही नया फाइनेंसियल ईयर शुरू होने का भी लाभ मिलेगा।