राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा, विप्रो एंटरप्राइजेज के चेयरमैन अजीम प्रेमजी ने भारत के छठे हाइड्रोलिक्स संयंत्र का किया उद्घाटन
जयपुर: विप्रो इन्फ्रास्ट्रक्चर इंजीनियरिंग की हाइड्रोलिक सिलेंडर एवं कंपोनेंट बनाने वाली इकाई विप्रो हाइड्रोलिक्स ने आज जयपुर के महिंद्रा वर्ल्ड सिटी में अपना अत्याधुनिक संयंत्र खोलने की घोषणा की। यह उत्तर भारत में विप्रो का पहला हाइड्रोलिक्स मैन्यूफैक्चरिंग संयंत्र है, जिसके माध्यम से दुनियाभर में ग्राहकों को हाइड्रोलिक सिलेंडर की आपूर्ति की जाएगी।
संयंत्र का उद्घाटन राजस्थान के माननीय मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा और विप्रो एंटरप्राइजेज के चेयरमैन अजीम प्रेमजी ने किया। इस दौरान उनके साथ जेसीबी इंडिया के सीईओ एवं एमडी दीपक शेट्टी और विप्रो इन्फ्रास्ट्रक्चर इंजीनियरिंग के सीईओ एवं विप्रो एंटरप्राइजेज के एमडी प्रतीक कुमार भी उपस्थित रहे।
इस संयंत्र की स्थापना के लिए कंपनी ने करीब 250 करोड़ रुपये का निवेश किया है, जिससे करीब 400 रोजगार सृजित होने का अनुमान है। इस अत्याधुनिक मैन्यूफैक्चरिंग संयंत्र में एक ही छत के नीचे सभी क्रिटिकल-टु-क्वालिटी प्रोसेस को उपलब्ध कराया जाएगा। इसे वैश्विक ग्राहकों की जरूरतों को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है।
उद्घाटन के मौके पर राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने कहा, ‘आज, राजस्थान उल्लेखनीय रूप से निवेश आकर्षित कर रहा है, इनोवेशन को सक्षम बना रहा है और भारत के महत्वपूर्ण मैन्यूफैक्चरिंग हब में से एक के रूप में सामने आया है। हम राजस्थान एवं भारत के विकास में योगदान देने और इसका हिस्सा बनने के लिए विप्रो का स्वागत करते हैं। यह अत्याधुनिक संयंत्र भविष्य को ध्यान में रखकर किए गए निवेश का उदाहरण है, जो लगातार सफलता एवं विकास सुनिश्चित करेगा।’
इस संयंत्र के उद्घाटन के मौके पर विप्रो इन्फ्रास्ट्रक्चर इंजीनियरिंग के सीईओ एवं विप्रो एंटरप्राइजेज के एमडी प्रतीक कुमार ने कहा, ‘यह नया संयंत्र व्यापक समाधान प्रदान करने और बाजार में हमारी अग्रणी स्थिति को मजबूती देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। पिछले चार दशक से ज्यादा समय से बाजार में अपनी अग्रणी स्थिति के साथ इंडिपेंडेंट हाइड्रोलिक सिलेंडर के प्रमुख निर्माता के रूप में विप्रो हाइड्रोलिक्स ने अब तक वैश्विक स्तर पर 15 लाख से ज्यादा सिलेंडर की डिलीवरी की है, जो उत्कृष्टता एवं नवाचार को लेकर कंपनी की प्रतिबद्धता को दिखाता है। इस विस्तार से प्रमुख बाजारों में हमारी उपस्थिति को और मजबूती मिलेगी और हम ग्राहकों की मांग के अनुरूप ज्यादा तेज एवं बेहतर तरीके से काम करने में सक्षम होंगे।’
विप्रो हाइड्रोलिक्स के प्रेसिडेंट सीताराम गणेशन ने कहा, ‘विप्रो हाइड्रोलिक्स इंडिपेंडेंट हाइड्रोलिक सिलेंडर बनाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है। कंस्ट्रक्शन इक्विपमेंट के मामले में भारत सबसे तेजी से बढ़ते हुए बाजारों में से है और ऐसे में उत्तर भारत में हमारे इस नए संयंत्र से बढ़ती घरेलू एवं निर्यात मांग को पूरा करने की हमारी क्षमता बढ़ेगी।’
‘विप्रो में हम हमेशा शॉपफ्लोर पर लैंगिक विविधता बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। नियुक्ति के अलावा हमने जयपुर में विंग्स स्कॉलरशिप प्रोग्राम में भी निवेश किया हुआ है, जिसके तहत इंजीनियरिंग में डिप्लोमा कोर्स कर रही युवतियों को समर्थन प्रदान किया जाता है।’
नए संयंत्र में नेक्स्ट-जनरेशन टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया गया है, जिसमें ऑटोमेटेड प्रोडक्शन लाइन, रोबोटिक आर्म, हाइली एडवांस्ड पेंट लाइन और मैटेरियल मूवमेंट के लिए ऑटोनोमस मोबाइल रोबोट (एएमआर) शामिल हैं। हमने सुरक्षा एवं गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए एडवांस्ड लेजर बीम और आईआर सेंसर भी तैयार किए हैं।
उत्तर भारत में अपने पहले मैन्यूफैक्चरिंग संयंत्र के साथ अब भारत के चार शहरों जयपुर, बेंगलुरु, चेन्नई और हिंदूपुर (आंध्र प्रदेश) में कंपनी की उपस्थिति हो गई है, जहां हाइड्रोलिक सिलेंडर बनाए जाते हैं। वैश्विक स्तर पर कंपनी के 16 संयंत्र हैं।