नई दिल्ली. फेसबुक नवोन्मेषी और ऐसे कारोबारी मॉडल वाले भारतीय स्टार्टअप में अल्पांश इक्विटी निवेश करना जारी रखेगी जो वैश्विक स्तर पर अपने कारोबार का विस्तार कर सकती है। फेसबुक इंडिया के प्रबंध निदेशक अजित मोहन ने बिजनेस स्टैंडर्ड के साथ बातचीत में बताया कि निवेश के बारे में और घोषणाएं की जा सकती हैं।
मोहन ने कहा, ‘हमें ऐसी कंपनियों की तलाश है, जिनकी बुनियाद नवोन्मेष पर आधारित हो और जिनका कारोबारी मॉडल दुनिया भर में जाने के योग्य हो। हम किसी खास क्षेत्र पर ध्यान नहीं दे रहे हैं, जिसका पता अनअकेडमी और मीशो में हमारे निवेश से चलता है। दोनों एकदम अलग क्षेत्र की कंपनियां हैं।’
उनका यह बयान ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म तब आया है, जब मीशो ने 57 करोड़ डॉलर जुटाने के बाद 4.1 अरब डॉलर का मूल्यांकन हासिल कर लिया है। मोहन ने बातचीत के दौरान यह भी स्पष्ट किया कि फेसबुक व्हाट्सऐप पे पर धीमी गति से क्यों आगे बढ़ रही है। उन्होंने जियो मार्ट के साथ साझेदारी पर भी चर्चा की।
व्हाट्सऐप पे शुरू होने के एक साल बाद भी गति नहीं पकड़ पाया है। इस पर मोहन ने कहा कि फेसबुक धीरे-धीरे लेकिन लगातार आगे बढऩे में यकीन करती है। उन्होंने कहा, ‘व्हाट्सऐप का भारतीयों से गहरा जुड़ाव है और इसके उपयोग में आसान होने और सुरक्षा एवं निजता के वादे की वजह से यह काफी लोकप्रिय है। हम चाहते हैं कि व्हाट्सऐप पे में भी ऐसा ही हो। इसलिए हम कई प्रयोग कर रहे हैं।’
मोहन ने कहा कि जागरूकता लाने का प्रयास पहले ही शुरू हो चुका है। उदाहरण के लिए ऐप के जरिये जागरूकता का प्रसार किया जा रहा है। कुछ महीनों में ऐप अपना विज्ञापन शुरू करेगा। कंपनी भुगतान के लिए विजुअल संकेतों के उपयोग पर भी काम कर रही है।
मोहन ने कहा, ‘हम जानते हैं कि जब एक से दूसरे व्यक्ति के बीच भुगतान होता है तो यह केवल रकम का लेनदेन नहीं होता बल्कि इसमें भावना भी जुड़ी होती है मसलन किसी भाई का अपनी बहन को राखी पर पैसे भेजना। इसे हम विजुअल संकेतों के जरिये जीवंत कैसे बना सकते हैं, उस पर भी काम चल रहा है।