जयपुर के जेईसीसी में 7 मई तक चलेगी प्रदर्शनी, पर्यटन मंत्रालय हैरिटेज सम्पत्तियों का ब्यौरा करेगी तैयार;
जयपुर. भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय में महानिदेशक सुश्री मनीषा सक्सेना ने कहा सांस्कृतिक मूल्यों के अतिरिक्तपिछले कुछ सालों में दोगुने हुए एयरपोर्ट के कारण सुगम हुई आवागमन सुविधा के साथ देश भर में इंफ्रास्ट्रक्चर का तेज विकास और बेहतर होती डिजिटल और फिजिकल कनेक्टिविटी भारत को विश्व में शादी की पसंदीदा जगह (‘वैडिंग डेस्टिनेशन’) के रूप में बढ़ावा देरहे हैं।
वे रामबाग पैलेस में आयोजित पहली ‘वैड इन इंडिया’ प्रदर्शनी के उद्घाटन कार्यक्रम को सम्बोधित कर रही थीं, जो जयपुर के जयपुर एग्जीबिशन एंड कन्वेंशन सेंटर (जेईसीसी) में 5 से 7 मई, 2024 तक चलेगी। भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय की एक पहल ‘वैड इन इंडिया” प्रदर्शनी का आयोजन राजस्थान सरकार के पर्यटन विभाग औरफेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) मिलकर ‘जीआईटीबी’ के साथ कर रहे हैं। होटल एंड रेस्टोरेंटएसोसिएशन ऑफ राजस्थान (एचआरएआर), इंडियन हैरिटेज होटल एसोसिएशन (आईएचएचए) और राजस्थान एसोसिएशन ऑफ टूरऑपरेटर्स (राटो) आयोजन में सहभागी हैं।
प्राकृतिक सुंदरता के अद्भुत मिश्रण और सांस्कृतिक परम्परा
“शादियों में जादुई असर डालने वाली प्राकृतिक सुंदरता के अद्भुत मिश्रण और सांस्कृतिक परम्पराओं के कारण राजस्थान मध्य प्रदेश, उड़ीसा, हरियाणा, केरल और गोवा के साथ ‘वैड इन इंडिया’ की पसंदीदा जगहों में शामिल हैं। उत्तर-पूर्व भारत भी बहुत तेजी से पसंदीदाजगह के रूप में उभर कर सामने आ रहा है, खासकर असम, दार्जिलिंग, सिलीगुड़ी, मिजोरम और मणिपुर के चाय बागान,” सुश्री मनीषासक्सेना ने आगे जोड़ा।
भारत की जी20 अध्यक्षता के दौरान टूरिज्म ग्रुप की एक बैठक के अनुभव को साझा करते हुए सुश्री सक्सेना ने कहा, “हमने सभीडेलिगेट की एक ऐसे 500 साल पुराने एक घर में आवभगत की, जहां 200 साल पुराने बर्तन रखे हुए हैं। भारत में कई ऐसी सम्पत्तियांहैं। पर्यटन मंत्रालय ऐसी सभी मूर्त और अमूर्त सम्पत्तियों का ब्यौरा तैयार करने की प्रक्रिया में हैं।”