जयपुर। स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि राज्य सरकार नगरीय निकायों की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए प्रतिबद्ध है और इस दिशा में व्यापक कार्य किए जा रहे हैं।
धारीवाल मंगलवार को चूरू शहर की गंदे पानी की निकासी के समाधान के लिए अमृत 2.0 में स्वीकृत गाजसर तालाब सुदृढ़ीकरण एवं पंपिंग स्टेशन निर्माण कार्य का यहां से वर्चुअल शिलान्यास कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 10.96 करोड़ रुपए का कार्यादेश इस कार्य के लिए दिया गया है, कार्य पूर्ण होने पर गंदे पानी की समस्या से शहरवासियों को राहत मिलेगी। उन्होंने बताया कि 20 मई 2024 तक पूर्ण होने वाले इस सुदृढ़ीकरण कार्य अंतर्गत पाल का निर्माण, मिट्टी का भराव तथा सीमेंट-कंकरीट व पत्थर की चिनाई सहित 3.7 किमी राइजिंग पाइप लाइन बिछाई जाएगी तथा पानी निकासी के लिए 16 एमएलडी पंपिंग स्टेशन का निर्माण किया जाएगा।
श्री धारीवाल ने बताया कि शहर में एकत्रित होने वाले बरसाती पानी को पंपिंग द्वारा चिमराणा जोहड़ा में डाला जाएगा। हमारा प्रयास है कि अमृत 2.0 योजना में जितनी परियोजनाएं हमने शुरू की हैं, उनका नियत समय पर काम पूरा हो और लोगों को लाभ मिले। उन्होंने चूरू के विकास के लिए महिला आयोग अध्यक्ष श्रीमती रेहाना रियाज चिश्ती के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि तालाब सुदृढ़ीकरण के इस प्रोजेक्ट को स्वीकृत कराने में इनकी बहुत बड़ी भूमिका है। उन्होंने बताया कि इन्दिरा रसोई योजना के तहत चूरू जिले में 34 रसोइयों के माध्यम से 45.78 लाख लोगों को एवं चूरू शहर में 09 रसोइयों के माध्यम से 9.08 लाख लोगों को लाभान्वित किया जा चुका है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए राजस्थान राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती रेहाना रियाज ने कहा कि काफी लंबे अरसे से चूरू में गंदे पानी की निकासी की समस्या चल रही थी। पिछली बरसात के दौरान मैंने समस्याग्रस्त क्षेत्र का दौरा किया तो घुटने तक पानी भरा हुआ था। बरसात के दौरान लोगों के पूजा घर, रसोई में पानी चला जाता था। मैंने चूरू के लोगों से वादा किया था कि अगली बारिश के दौरान यह समस्या नहीं रहेगी। श्रीमती रियाज ने बताया कि कार्य की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए राजस्थान के टॉप अधिकारी और इंजीनियर की देखरेख में यह कार्य हो रहा है। उन्होंने विश्वास जताया कि कार्य से चूरू शहर की गंदे पानी की निकासी की समस्या का समाधान हो जाएगा और आमजन को राहत मिलेगी। चूरू की जनता के लिए यह बहुत बड़ी सौगात है और गंदे पानी की समस्या के समाधान की दिशा में यह कार्य मील का पत्थर साबित होगा।
विशिष्ट अतिथि चूरू नगर परिषद सभापति पायल सैनी ने कहा कि चूरू शहर में बरसाती नालों का पानी अनेक स्थानों पर भर जाता है, जिसे पंपिंग द्वारा गाजसर तालाब में डाला जाता है। कई बार पानी की मात्रा अधिक होने पर तालाब की दीवारों से पानी ओवरफ्लो होने के कारण तालाब की दीवारें ढह जाती है, जिससे क्षेत्र में बाढ की स्थिति उत्पन्न हो जाती है तथा स्थानीय नागरिकों को परेशानी का सामना करना पडता है।। उन्होंने चूरू नगर परिषद द्वारा करवाए जा रहे विकास कार्यों की भी जानकारी दी।
स्वायत्त शासन विभाग के शासन सचिव महेश चन्द शर्मा ने कहा कि तालाब का सुदृढीकरण एवं पंपिंग स्टेशन के निर्माण कार्य निर्धारित समय में पूरा किया जायेगा। स्वायत्त शासन विभाग के निदेशक एवं विशिष्ट सचिव हृदेश कुमार शर्मा ने आभार प्रकट किया।
इस अवसर पर स्थानीय जनप्रतिनिधि संबंधित अधिकारी मौजूद थे।