नई दिल्ली. एसपीआईईएफ 2023 के दौरान लेनफिल्म स्टूडियो में ‘सोल ऑफ रशिया इंटरनेशनल फेस्टिवल ऑफ द पीपुल्स ऑफ द नॉर्थ’ (Soul of Russia International Festival of the Peoples of the North) का आयोजन किया गया। सोल ऑफ रशिया फेस्टिवल का उद्देश्य रचनात्मक उद्योगों द्वारा रूस की अर्थव्यवस्था में किए गए योगदान को बढ़ाना और वैश्विक स्तर पर राष्ट्रीय मूल्यों को बढ़ावा देना है, साथ ही रचनात्मक क्षेत्र के विकास को समर्थन प्रदान करना है। यह 2021-2023 में रूस की आर्कटिक काउंसिल की अध्यक्षता के दौरान होने वाले कार्यक्रमों में से एक है, जिनका आयोजक रोसकांग्रेस फाउंडेशन द्वारा किया जा रहा है।
फेस्टिवल में 5,000 से अधिक लोगों ने लिया भाग
यह फेस्टिवल उत्तर के मूलनिवासियों की परंपराओं, ऐतिहासिक विरासत और अनोखे हस्तशिल्प की समकालीन पुनर्व्याख्या पर केंद्रित है। इस फेस्टिवल में 15 रूसी क्षेत्रों के 500 से अधिक संगीतकारों, कलाकारों, शिल्पकारों, डिजाइनरों, व्याख्याताओं और रचनात्मक उद्योगों के अन्य प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम में स्पिरिट ऑफ फायर अकादमी के नॉर्दर्न फिल्म फेस्टिवल के हिस्से के रूप में 14 प्रदर्शनियां, 20 से अधिक कार्यशालाएं और 16 फिल्म स्क्रीनिंग शामिल थीं, जिसमें “द युगा नोवेलस” की प्रीव्यू स्क्रीनिंग भी शामिल थी। लेनफिल्म स्टूडियो में छह घुमंतू जनजातियों और सात स्ट्रीट आर्टिस्ट की कृतियां भी प्रदर्शित की गईं। कार्यक्रम में 30 से अधिक व्याख्यान, सात फैशन शो और 30 से अधिक संगीत समूहों के प्रदर्शन शामिल थे। फेस्टिवल में भारतीय दूतावास की एक डांस टीम और संयुक्त अरब अमीरात का एक प्रतिनिधिमंडल शामिल हुआ, जिन्होंने एक डांस ग्रुप परफॉर्मेंस प्रस्तुत किया, मेहमानों को नेशनल टेंट दिखाया और विभिन्न कार्यशालाओं का आयोजन किया। इस फेस्टिवल के विभिन्न कार्यक्रमों में 5,000 से अधिक लोगों ने भाग लिया।
सोल ऑफ रशिया फेस्टिवल के उद्घाटन के दिन 14 जून को सांस्कृतिक सहयोग विकसित करने को लेकर एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। दस्तावेज पर रशियन फेडरेशन की सेक्रेटरी ऑफ स्टेट एवं डिप्टी मिनिस्टर ऑफ कल्चर नादेज्दा प्रीओबोडनाया, युग्रा की गवर्नर नताल्या कोमारोवा और रोसकांग्रेस फाउंडेशन के डाइरेक्टर अलेक्जेंडर स्टुगलेव ने हस्ताक्षर किए।
रशियन फेडरेशन के राष्ट्रपति के सलाहकार एवं सेंट पीटर्सबर्ग इंटरनेशनल इकोनॉमिक फोरम की आयोजन समिति के कार्यकारी सचिव एंटोन कोब्याकोव ने कहा, “रचनात्मक उद्योगों की उपलब्धियों को पारंपरिक रूप से प्रमुख रूसी व्यावसायिक आयोजनों में अच्छी तरह से दर्शाया जाता है। एसपीआईईएफ के प्रतिभागी सोल ऑफ रशिया फेस्टिवल में रूस के उत्तर के लोगों की सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने और उन्हें बढ़ावा देने के प्रयासों के प्रभावशाली परिणामों की सराहना करने में सक्षम रहे। उत्तरी क्षेत्रों के विकास का सामाजिक-सांस्कृतिक पहलू हमारी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक बना हुआ है।”।
युग्रा की गवर्नर नताल्या कोमारोवा ने कहा, “समझौते के अनुसार, संस्कृति मंत्रालय और रोसकांग्रेस फाउंडेशन के साथ सहयोग के तौर पर युग्रा रचनात्मक उद्योगों का विकास करने और कर्मियों को प्रशिक्षित करने के लिए एक पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के महत्व को समझता है। इस संदर्भ में, रूस के संस्कृति मंत्रालय की क्रिएटिव इंडस्ट्रीज स्कूल परियोजना को इस क्षेत्र में सफलतापूर्वक लागू किया जा रहा है। इसके विद्यार्थियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने यहां लेनफिल्म में एसपीआईईएफ के बारे में एक एनिमेटेड फिल्म बनाया। हमें जल्द ही इस काम के परिणाम देखने को मिलेंगे।”।
सोल ऑफ रशिया फेस्टिवल को मिनिस्ट्री ऑफ दी रशियन फेडरेशन फोर दी डेवलपमेंट ऑफ दी फार ईस्ट एंड दी आर्कटिक ने स्पॉन्सर किया था। इस फेस्टिवल के तहत, मिनिस्ट्री फोर दी डेवलपमेंट ऑफ दी रशियन फार ईस्ट एंड दी आर्कटिक के स्टैंड पर “आर्कटिक में फिल्म-निर्माण: प्रकृति और प्रौद्योगिकी के बीच संवाद” नामक एक सत्र को भी आयोजित किया गया था, जिसमें प्रतिभागियों ने आर्कटिक क्षेत्रों में फिल्म निर्माण का आयोजन करने से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर गौर किया।