मुंबई। टाटा समूह (Tata group) की कंपनियों के शेयरों में आई तेजी से उसकी होल्डिंग कंपनी टाटा संस की चांदी हो गई है। समूह की सूचीबद्घ कंपनियों में टाटा संस (Tata Sons) की प्रत्यक्ष हिस्सेदारी का बाजार मूल्य पहली बार 10 लाख करोड़ रुपये के पार चला गया है। शुक्रवार को समूह की 14 सूचीबद्घ कंपनियों में टाटा संस (Tata Sons) की प्रत्यक्ष हिस्सेदारी का बाजार मूल्य 10.45 लाख करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल मार्च के अंत में केवल 5.62 लाख करोड़ रुपये था यानी उसमें करीब 86 फीसदी की उछाल आई।
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज का दबदबा बरकरार
टाटा संस (Tata Sons) के पोर्टफोलियो में समूह की प्रमुख कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) का दबदबा बरकरार है। मगर टाटा स्टील, टाटा कंज्यूमर, टाटा कम्युनिकेशंस और टाटा पावर आदि के शेयरों में तेजी से टाटा संस के पोर्टफोलियो में टीसीएस से इतर निवेश की कीमत पहली बार 2 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंची है। टाटा समूह की इन 14 सूचीबद्घ कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण शुक्रवार को 17.9 लाख करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल मार्च के अंत में 9.2 लाख करोड़ रुपये था। इन कंपनियों में टाटा संस का कुल 58,647 करोड़ रुपये का प्रत्यक्ष निवेश है।
Tata sons : बाजार मूल्य 10.62 लाख करोड़ रुपये
वित्त वर्ष 2021 में टाटा संस (Tata Sons) ने टाटा मोटर्स (Tata Motors) और टाटा पावर (Tata power) में नई इक्विटी पूंजी लगाई थी। टाटा समूह की अन्य कंपनियों जैसे टाटा मेटलिक्स (Tata Metallics), ताज जीवीके होटल्स (Taj GVK Hotels), रैलीस इंडिया (Rallis India), टीआरएफ (TRF) और टाटा स्टील (Tata Steel) लॉन्ग की स्वामी और प्रवर्तक समूह की अन्य कंपनियां हैं, जिनका स्वामित्व और नियंत्रण टाटा संस के पास है। एवर्ट इन्वेस्टमेंट्स और पैनाटोन फिनवेस्ट जैसी गैर सूचीबद्घ कंपनियों के जरिये भी टाटा संस का समूह की दूसरी कंपनियों में थोड़ा बहुत निवेश है।
टाटा कम्युनिकेशंस की सबसे बड़ी शेयरधारक पैनाटोन फिनवेस्ट
समूचे निवेश को मिलकार समूह की कंपनियों में टाटा संस की कुल हिस्सेदारी का बाजार मूल्य करीब 10.62 लाख करोड़ रुपये है। उदाहरण के लिए एवर्ट इन्वेस्टमेंट्स की टाटा की 9 कंपनियों में अल्पांश हिस्सेदारी है। इन कंपनियों में टाटा स्टील, टाटा मोटर्स, टाटा पावर, टाइटन कंपनी, टाटा कंज्यूमर और इंडियन होटल्स आदि शामिल हैं। पैनाटोन फिनवेस्ट इस साल 31 मार्च तक टाटा कम्युनिकेशंस की सबसे बड़ी शेयरधारक थी और उसके पास कंपनी में 44.8 फीसदी हिस्सेदारी थी।
टाटा संस का निवेश अब फायदे में
समूह के दूरसंचार उपक्रम को छोड़कर बाकी कंपनियों में टाटा संस (Tata Sons) का निवेश अब फायदे में है या उनका बाजार मूल्य निवेश लागत से ज्यादा है। केवल दूरसंचार फर्म पिछड़ी है। उदाहाण के लिए टाटा टेलीसर्विसेज (महाराष्ट्र) लिमिटेड (टीटीएमएल) में टाटा संस की 19.58 फीसदी है जिसका बाजार मूल्य 639 करोड़ रुपये है, जबकि इसमें 680 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है। इसके उलट टाटा संस का पांच सूचीबद्घ कंपनियों में इक्विटी निवेश पिछले साल मार्च के अंत में नुकसान में था। इन कंपनियों में टाटा मोटर्स, टाटा स्टील, इंडियन होटल्स, टाटा केमिकल्स और टाटा टेली शामिल हैं।