नई दिल्ली। वित्त मंत्रालय (Finance ministry) ने कहा है कि कृषि, मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर (agriculture, manufacturing and service sectors) में तेजी के संकेत देखे जा रहे हैं। सरकार और आरबीआई द्वारा उठाए गए नीतिगत नियमों के कारण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिली है। कृषि क्षेत्र अर्थव्यवस्था की नींव है। इस बार मानसून के सामान्य रहने का अनुमान है, जो अर्थव्यवस्था को रिकवर करने में मदद करेगा।
मैन्युफैक्चरिंग में दुनिया का दूसरा बड़ा देश बन गया भारत
मंत्रालय (Finance ministry) का कहना है कि कृषि क्षेत्र पर एक बड़ी आबादी निर्भर है, ऐसे में इसके ग्रोथ का अर्थव्यवस्था पर काफी सकारात्मक असर पड़ेगा। मंत्रालय (Finance ministry) ने कहा कि मई और जून में बिजली व ईंधन की अधिक खपत, माल की अंतरराज्यीय आवाजाही, खुदरा वित्तीय लेनदेन जैसे कई ऐसे संकेत मिल हैं, जिससे अर्थव्यवस्था पटरी पर आयेगा। मंत्रालय ने कहा है कि भारत दो महीने में व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण की मैन्युफैक्चरिंग में दुनिया का दूसरा बड़ा देश बन गया है।
अर्थव्यवस्था के उबरने का अनुमान
मंत्रालय का कहना है कि कोरोना महामारी (Corona pandemic) के दौरान आरबीआई (RBI) ने अल्पकालिक और दीर्घकालिक त्वरित नीतिगत उपाय किये, जिससे कम समय में अर्थव्यवस्था के उबरने का अनुमान (Forecast of recovery of economy) है।