नई दिल्ली। अमेजन (Amazon) को झटका देते हुए सेबी (SEBI) यानी भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (Securities and Exchange Board of India) ने फ्यूचर ग्रुप (Future Group) को रिलायंस (Reliance) को अपनी परिसंपत्ति बेचने की योजना को मंजूरी दे दी है। 24,713 करोड़ रुपए के इस सौदे पर सेबी की मुहर से रिलायंस-फ्यूचर (Reliance-Future Group) को बड़ी राहत मिली है।
अमेजन लगातार कर रही रिलायंस-फ्यूचर सौदे का विरोध
अमेरीकी ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन लगातार रिलायंस-फ्यूचर (Reliance-Future Group) सौदे का विरोध कर रही है। सौदे के विरोध में अमेजन ने भारतीय सेबी, स्टॉक एक्सचेंजों और अन्य रेगुलेटरी एजेंसियों को कई खत लिख थे। पत्रों में अमेजन ने सौदे को अनुमति नहीं देने का अनुरोध किया था। अमेजन के अनुरोध को दरकिनार करते हुए भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (Securities and Exchange Board of India) ने कुछ शर्तों के साथ इस सौदे को सशर्त मंजूरी दे दी है।
एनसीएलटी की मंजूरी मिलना बाकी
भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) सौदे को पहले ही मंजूरी दे चुका है। अब सेबी (Securities and Exchange Board of India) की मंजूरी के बाद एनसीएलटी (NCLT) की मंजूरी मिलना बाकी है। सेबी ने सौदे की पूरी जानकारी फ्यूचर (Future Group) के शेयरहोल्डर्स के साथ साझा करने का आदेश भी जारी किया है। फ्यूचर-रिलायंस ग्रुप (Reliance-Future Group) के इस सौदे पर सेबी (SEBI) की अनुमति अदालत में लंबित मामलों के नतीजों पर निर्भर करेगी। फ्यूचर कंपनी बोर्ड (Future Company Board) ने रिलायंस रिटेल (Reliance Retail) को संपत्ति बेचने के 24,713 करोड़ रुपए के सौदे के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी, जिसे 21 दिसंबर के फैसले में दिल्ली उच्च न्यायालय ने वैद्य करार दिया था।
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