जयपुर| महिंद्रा सेज स्थित राजेंद्र और उर्सुला जोशी फूड इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड (रुफिल) ने अत्याधुनिक ऑटोमेटेड प्रोसेस के साथ निर्मित और जर्मन तकनीक से पैक रुफिल पनीर बाजार में उतारे हैं। कंपनी का दावा है कि इस पैकेजिंग से पनीर की ताजगी और सॉफ्टनेस लंबे समय तक कायम रहती है। रुफिल पनीर 200 ग्राम और एक किलो की पैकेजिंग में उपलब्ध होगा। प्रदेश में वर्ष 2017-18 में पनीर की बिक्री 1600 मीट्रिक टन से अधिक थी। कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर अभिषेक जोशी के अनुसार डेयरी उद्योग में संगठित बाजार वर्तमान में भारत में लगभग 22 प्रतिशत है। संगठित क्षेत्र के मूल्यवर्धित उत्पादों का हिस्सा लगभग 25 प्रतिशत तक होता है, जिसमें पनीर केवल 3 प्रतिशत हिस्सेदारी रखता है।
वर्तमान में खुले में बिकने वाले पनीर का बाजार बहुत बड़ा है लेकिन हम देखते हैं कि उपभोक्ता का रुझान पैक्ड पनीर की ओर बदल रहा है। विशेष रूप से पनीर जैसे प्रोडक्ट को लेकर उपभोक्ता खाद्य सुरक्षा, स्वच्छता और उत्पाद की समग्र गुणवत्ता के बारे में जागरूक हो रहे हैं। इसलिए हमारा मानना है कि रूफिल से लगातार प्रीमियम गुणवत्ता वाला पनीर वितरित करके, हम उपभोक्ताओं को खुले में बिकने वाले पनीर की अपेक्षा पैक्ड पनीर खरीदने के लिए आसानी से राजी कर पाएंगे। कंपनी अपने उत्पादों, विशेष रूप से रेस्तरां और होटलों के बीच पनीर के उपयोग को बढ़ावा देने का भी प्रयास करेगी। रुफिल पनीर जयपुर, अजमेर और राजस्थान के शेखावाटी बेल्ट में उपलब्ध होगा, और अब यह 500 से अधिक रूफिल पार्टनर स्टोर्स पर उपलब्ध होगा। रुफिल पनीर की विशेष पैकेजिंग में एक लाइट बेरियर है, जो इसे दूषित होने से रोकेगा और इस तरह यह पनीर लंबे समय तक टिकाऊ होगा।