इंडियन फेडरेशन ऑफ स्मॉल एंड मीडियम न्यूज़पेपर (IFSMN), जो कि 40 साल पुरानी संस्था है, हर साल राष्ट्रीय प्रेस दिवस मनाती आ रही है। इस संस्था के प्रोग्राम में पूर्व में देश के राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह, प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी, और विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री भी भाग ले चुके हैं। इस कार्यक्रम का उद्देश्य यह है कि पत्रकारिता को देश की शक्ति के रूप में सम्मान दिया जाए।
इस साल IFSMN की एक्टिंग प्रेसिडेंट, मंजू सुराणा, ने बताया कि छोटे और मध्यम समाचार पत्रों को बराबर का सम्मान और समर्थन नहीं मिल रहा है। इस मुद्दे को लेकर एक विशेष प्रतिवेदन माननीय राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्य के मुख्यमंत्री, और डीपीआर मंत्री को सौंपा जाएगा। इस प्रतिवेदन में मुख्य मांग यह होगी कि पत्रकारिता को संविधान में चौथे स्तंभ के रूप में दर्जा दिया जाए, और छोटे-बड़े सभी समाचार पत्रों को समान रूप से सम्मान और सहयोग प्रदान किया जाए।