मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) (Reserve Bank of India) वित्तीय प्रणाली में तरलता डालने के लिए दो जुलाई को विशेष ओपन मार्केट ऑपरेशंस (ओएमओ) चलाएगा। विशेष ओएमओ सत्र में 10,000 करोड़ रुपये की सरकारी सिक्युरिटीज की एकसाथ खरीदी और बिक्री की जाएगी।
अल्पकालिक सिक्युरिटीज की बिक्री
यह अभियान फेडरल रिजर्व के ऑपरेशनल ट्विस्ट के जैसा है, जिसके तहत 2011-12 में दीर्घकालिक सरकारी कर्ज के लिए अल्पकालिक ट्रेजरी सिकुयरिटीज की अदला-बदली की गई थी। ओएमओ ऑपरेशंस के तहत आरबीआई मौजूदा बैंड में अगले साल परिपक्व हो रही 10,000 करोड़ रुपये मूल्य की अल्पकालिक सिक्युरिटीज की बिक्री करेगा और 2027 और 2033 के बीच परिपक्व हो रही समान राशि की दीर्घकालिक सिक्युरिटीज की खरीदी करेगा। इस कदम से तरलता और बॉन्ड यील्ड दोनों में सुधार होने की उम्मीद है।