समस्याओं के समाधान हेतु अलवर में एक वर्ष में तीन पार्षद धरना दे चुके हैं, हालात जस के तस
रोहित शर्मा. अलवर. चुनाव आने वाले है और इससे पहले जनता के साथ-साथ जन प्रतिनिधि भी मांगों को मनवाने के लिए धरने पर बैठ रहे हैं। शहर के वार्ड नं 41 के पार्षद कपिल शर्मा द्वारा पहले 31 दिनों का धरना प्रदर्शन किया गया इसी तरह वार्ड 34 के पार्षद नवजोत सिंह भी विभिन्न समस्याओं को लेकर अनशन पर बैठे और वार्ड 35 के पार्षद अजय कुमार पुनिया ने पानी की समस्या को लेकर 4 दिन का अनशन किया परंतु अलवर शहर के हालात नहीं सुधरे। शर्मा ने बताया कि नगर परिषद प्रशासन द्वारा सीवरेज की तैयार डीपीआर अधिशाषी अभियंता द्वारा क्यों नहीं कराई जा रही है। उन्होंने बताया कि नगर परिषद प्रशासन द्वारा अधिकृत एजेंसी एमएनआईटी को डीपीआर की तकनीकी स्वीकृति की जांच दी गई है जबकि ये जांच खुद विभाग कर सकता था। इससे पहले ये रिपोर्ट ग्रीन सिटी सर्वेयर प्राइवेट लिमिटेड ने बनाकर दी थी। इस तरह से प्रशासन की दोगली कार्यवाही से विभाग की कार्यशैली संदेहास्पद दिखती है।
शर्मा इस समय पुन: नगर परिषद गेट पर धरने पर है और अलवरवासी शर्मा को पूरा समर्थन दे रहे हैं। धरने में उनके साथ पीसीसी सदस्य नरेन्द्र शर्मा, पूर्व विधायक लक्ष्मणगढ़ राजेंद्र गांडूरा, दीनबंधु शर्मा, दीपेन्द्र सैनी, विक्रम यादव, निरंजन लाल सैनी, मुकेश सैनी सहित काफी शहरवासी शामिल है। गौरव यात्रा से पहले देखना यह है कि सरकार शहर की समस्याओं पर ध्यान केन्द्रित करेगी या नहीं ?