जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Chief Minister Ashok Gehlot) से शनिवार को प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से आए लैब टेक्नीशयन एवं अन्य पैरामेडिकल कर्मियों के प्रतिनिधिमण्डल ने मुख्यमंत्री आवास पर मुलाकात की। प्रतिनिधिमण्डल ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के लिए गहलोत को धन्यवाद दिया। मुख्यमंत्री गहलोत ने प्रतिनिधिमण्डल के सदस्यों को लेब टेक्नीशियन दिवस की बधाई दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के स्वास्थ्यकर्मियों ने कोरोना महामारी के दौरान सराहनीय कार्य किया। राज्य के भीलवाड़ा मॉडल की विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि राज्य में पोस्ट कोविड रिसर्च के लिए संस्थान की स्थापना की जा रही है, जिससे देशभर में लोग लाभान्वित होंगे।
पैरामेडिकल कर्मियों के सहयोग से ही सरकार की स्वास्थ्य योजनाओं का सफल क्रियान्वयन
गहलोत ने कहा कि निरोगी राजस्थान राज्य सरकार का ध्येय है। राज्य में संचालित मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत आमजन को 25 लाख रुपए तक का निःशुल्क उपचार दिया जा रहा है। साथ ही, आमजन को दवाईयां एवं जांचें निःशुल्क उपलब्ध कराई जा रही है। प्रदेश में जीडीपी का 7 प्रतिशत स्वास्थ्य सेवाओं पर खर्च किया जा रहा है। राज्य के प्रत्येक जिले में मेडिकल कॉलेज खोला जा रहा है। उन्होंने कहा कि पैरामेडिकल कर्मियों के सहयोग से ही राज्य सरकार की स्वास्थ्य योजनाओं का सफल क्रियान्वयन संभव हुआ है। राज्य के कार्मिकों का भविष्य सुरक्षित करने के लिए पुरानी पेंशन योजना लागू की गई है।
महंगाई के दौर में आमजन को मिली राहत
इस अवसर पर राजस्थान पर्यटन विकास निगम के चेयरमेन धर्मेन्द्र राठौड़ ने कहा कि प्रदेश में आमजन को निःशुल्क उपचार दिया जा रहा है, जिससे महंगाई के इस दौर में उन्हें राहत मिली है। इस दौरान राज्य अन्य पिछड़ा वर्ग वित्त एवं विकास आयोग अध्यक्ष पवन गोदारा एवं जितेन्द्र सिंह सहित बड़ी संख्या में लैब टेक्नीशियन एवं अन्य पैरामेडिकल कर्मी उपस्थित थे।