टेक कंपनी गूगल ने पिछले साल गूगल मैप्स (Google Maps) से 30 लाख से अधिक फर्जी कारोबारी खातों को हटाया है. कंपनी के ब्लॉग के अनुसार इन फर्जी
खातों द्वारा ग्राहकों को ठगे जाने की संभावना है. गूगल ने कहा कि कई बार ये कारोबारी धोखेबाजी करके फायदा कमाने के लिए स्थानीय तौर पर लिस्टिंग
करते हैं. गूगल लोगों को कारोबार से जुड़ने के लिए कॉन्टैक्ट इनफॉरमेशन और उन तक पहुंचने का रास्ता दिखाने इत्यादि की सेवाएं देती है. गूगल मैप्स के प्रोडक्ट डायरेक्टर ईथन रसेल ने हाल में एक ब्लॉग में कहा कि ये धोखेबाज व्यापारियों से उन सेवाओं के लिए पैसे ले लेते हैं जो असल में मुफ्त है. यह खुद को असली कारोबारी बताकर ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी करते हैं. ढाई लाख से ज्यादा फर्जी खातों की की गई रिपोर्ट रसेल ने कहा कि गूगल ऐसी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करती है, जिससे उसके प्लेटफॉर्म के दुरुपयोग को बहुत हद तक रोका जा सके. रसेल ने कहा, ‘‘पिछले साल हमने तीस लाख से अधिक फर्जी कारोबारी खातों को हटाया है. इनमें 90 फीसदी से अधिक कारोबारी खाते ऐसे रहे, जिन्हें कोई ग्राहक खोल भी नहीं सका. इस पूरी प्रक्रिया में करीब 85 फीसदी फर्जी खातों को हमारे इंटर्नल सिस्टम ने ही हटा दिया. ग्राहकों ने ढाई लाख से अधिक फर्जी खातों की रिपोर्ट की. कंपनी ने दुरुपयोग करने वाले ऐसे करीब डेढ़ लाख से अधिक फर्जी खातों को हटा दिया जो 2017 के मुकाबले 50 फीसदी ज्यादा है. रसेल ने कहा कि गूगल कंपनी ऐसे फर्जी खातों को हटाने के लिए और नए और बेहतर तरीकों पर काम कर रही है.
1.10 करोड़ गलत फोन नंबर और एट्रेस- बता दें कि पिछले कुछ महीनों में गूगल के इस ऐप पर लगभग 1 करोड़ 10 लाख गलत फोन नंबर और एट्रेस लिस्ट किए गए हैं. द वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट के अनुसार गूगल मैप्स पर गलत एड्रेस और फोन नंबर का सबसे ज्यादा इस्तेमाल बिजनेस कॉम्पिटिशन में आगे बढ़ने के लिए किया जा रहा है. गूगल मैप्स पर कई ऐसे एड्रेस और लोकेशन्स रजिस्टर्ड हैं, जो वास्तव में मौजूद ही नहीं हैं.