जयपुर। अंगदान कर दूसरों को जीवनदान देने के लिए लोगों को प्रेरित करने के उद्देश्य से प्रदेश में अंगदान जीवनदान महाभियान के तहत 3 से 17 अगस्त तक अंगदान पखवाडा मनाया जाएगा। इस संबंध में शुक्रवार को स्वास्थ्य भवन के सभागार में अतिरिक्त मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्रीमती शुभ्रा सिंह की अध्यक्षता में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, चिकित्सा शिक्षा विभाग, स्वयंसेवी संस्था मोहन फाउंडेशन के प्रतिनिधियों एवं वीसी के माध्यम से मेडिकल कॉलेजों के प्रतिनिधियों एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों की बैठक आयोजित की गयी।
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने बताया कि इस अभियान के माध्यम से चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, चिकित्सा शिक्षा विभाग, मेडिकल कॉलेज, नर्सिंग एवं पैरामेडिकल कॉलेज, समाज के प्रबुद्धजनों, जिला अस्पतालों एवं स्वयंसेवी संस्थाओं सहित विभिन्न संस्थानों को जोड़ने का प्रयास किया जाएगा ताकि आमजन को अंगदान के लिए प्रेरित किया जा सके। इसके साथ ही सभी स्कूलों, कॉलेजों, ट्रोमा सेन्टर, पुलिस विभाग सहित विभिन्न विभागों को इससे जोड़ा जाएगा ताकि प्रदेश में अंगदान के प्रति जनचेतना पैदा हो। उन्होंने बताया कि राजस्थान में जितनी अंगदान की जरूरत है उतना हो नहीं रहा है और राजस्थान इस मामले में राष्ट्रीय औसत की तुलना में कम है। इसके साथ ही मेडिकल कॉलेजों में अंग प्रत्यारोपण यूनिट भी स्थापित किये जा रहे हैं जिससे प्रत्यारोपण की प्रक्रिया सहज एवं सुलभ होगी। इससे प्रदेश की जनता को काफी फायदा होगा क्योंकि जिन लोगों को अंगों की आवश्यकता है उन्हें अंग उपलब्ध होंगे।
प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा शिक्षा टी रविकांत ने कहा कि सभी मेडिकल कॉलेजों के प्राचार्य इस कार्य को प्राथमिकता पर लें और अपने क्षेत्र के ऐसे लोगों को आगे लाए जिन्होंने अंगदान किया है। इसके साथ ही इन कार्यक्रमों में स्थानीय जनप्रतिनिधियों को शामिल कर इस अभियान को सफल बनाने की बात भी उन्होंने कही।
यह रहेगा कार्यक्रम
मिशन निदेशक एनएचएम डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने बताया कि भारतीय अंगदान दिवस 3 अगस्त के अवसर पर इस महाभियान का विधिवत शुभारम्भ किया जाएगा। इस दौरान 18 वर्ष से ज्यादा के लोगों को प्रदेश स्तर से लेकर ब्लॉक स्तर तक अंगदान की शपथ दिलवायी जाएगी एवं जो लोग अंगदान करना चाहते हैं उनसे सहमति ली जाएगी। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर भी विशेष कैम्पेन चलाया जाएगा तथा बेहतरीन कार्य करने वालों को सम्मानित किया जाएगा। इसके साथ वर्कशाप, रैली, साईकिल रैली, पोस्टर प्रतियोगिता आदि के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाएगा। इस कार्यक्रम से आंगनाबाडी, आशा, पुलिस के जवानों, कॉलेज के छात्र-छात्राओं सहित विभिन्न वर्गों को जोड़ा जाएगा।
इस दौरान आरयूएचएस के वीसी डॉ. सुधीर भंडारी, एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. राजीव बगरहट्टा, निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ. रवि प्रकाश माथुर सहित संबंधित अधिकारी एवं अन्य लोग उपस्थित रहे।