नई दिल्ली. भगोड़े हीरा व्यापारी नीरव मोदी के प्रत्यर्पण मामले में आज लंदन के कोर्ट में सुनवाई शुरू होगी। नीरव मोदी को वेस्टमिंस्टर कोर्ट में पेश किया गया है। सरकार से जुड़े हुए सूत्रों का कहना है कि अगर नीरव मोदी को बेल मिलती है तो उसे रोकने के लिए भारत हायर कोर्ट में अपील कर सकता है। लंदन कोर्ट में भगोड़े शराब व्यापारी विजय माल्या के बैरिस्टर क्लेयर मोंटगोमरी नीरव मोदी के भी बैरिस्टर होंगे।
सत्यब्रत कुमार का हुआ ट्रांसफर
इसी बीच खबर आ रही है कि नीरव मोदी के केस की जांच करने वाले प्रवर्तन निदेशालय के संयुक्त निदेशक सत्यब्रत कुमार का ट्रांसफर हुआ है। लंदन के वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट में वे भी मौजूद थे। जहां नीरव मोदी की बेल याचिका पर सुनावाई हो रही थी। सत्यब्रत कुमार का कार्यकाल पूरा हो गया है। लेकिन वे इस दौरान भी कोल केस मामले की जांच में शामिल हो सकते हैं। क्वच्ज् के आदेश के अनुसार कोई भी अधिकारी अनपे पद पर पांच साल से अधिक वक्त तक नहीं बना रह सकता।
दस्तावेज पेश
आज की सुनवाई में टीम सीबीआई और ईडी के द्वारा नीरव मोदी, उनकी पत्नी एमी मोदी और उनके मामा मेहुल चोकसी तथा अन्य के खिलाफ दर्ज आरोपपत्र की प्रतियों के अलावा अन्य जरूरी दस्तावेज पेश किए। indian agencies पूरी कोशिश कर रही है ताकि नीरव मोदी को बेल ना मिले। आरोपी कारोबारी ने धोखाधड़ी से पीएनबी से लेटर्स ऑफ अंडरटेकिंग एलओयू और फॉरेन लेटर्स ऑफ क्रेडिट एफएलसी के जरिए 13500 करोड़ रुपये प्राप्त किए थे। नीरव मोदी को 19 मार्च को लंदन में गिरफ्तार किया गया था।