गोवा सरकार अब टूरिस्ट्स को दो बोतलों से ज्यादा शराब वापस ले जाने की परमिशन दे सकती है। मंगलवार को मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने विधानसभा में बताया कि गोवा सरकार जल्द ही पड़ोसी राज्यों के आबकारी अधिकारियों से बातचीत शुरू करेगी। दोनों राज्य ऐसे मैकेनिज्म तैयार करेंगे, जिसमें टूरिस्ट वैध तरीके से अल्कोहल बॉटल्स का बड़ा कोटा अपने साथ ले जा सकेंगे। सावंत ने सदन में कहा कि ऐसे टूरिस्ट हैं जो रोक के बावजूद लिमिट से ज्यादा मात्रा में शराब ले जाते हैं, अब इसे मॉनेटाइज करना चाहते हैं। जल्दी ही हम इस संबंध में दूसरे राज्यों की सहमति लेने की कोशिश करेंगे। बता दें कि गोवा के हालिया नियमों के हिसाब से टूरिस्ट्स हवाई यात्रा करते हुए एक IMFL यानी indian made foreign liquor और एक लोकल शराब की बोतल ही अपने साथ वापस ले जा सकते हैं इसलिए रोड से यात्रा कर रहे टूरिस्ट्स को कर्नाटक और महाराष्ट्र के बॉर्डर पर आबकारी अधिकारियों के शोषण का शिकार होना पड़ता है। यहां रोड के रास्ते एक बोतल भी ले जाना मुश्किल टास्क हो जाता है। दरअसल, गोवा एक्साइज डिपार्टमेंट के परमिशन के मुताबिक शराब गोवा के अलावा दमन और दीव में ही बिक सकती है। सावंत ने कहा कि सरकार गोवा की शराब के जरिए राज्य का रेवेन्यू बढ़ाना चाहती है इसलिए इस प्रैक्टिस को मॉनेटाइज करना चाहती है।