100 साल में ऐसा रिकॉर्ड बनाने वाले इकलौते गेंदबाज, अब्बास का करियर औसत 15.64 है और वह पिछले100 साल में 50 प्लस विकेट लेने वाले सबसे दमदार गेंदबाज है.
पाकिस्तान. बेशक आज पाकिस्तान के 28 साल के तेज गेंदबाज मोहम्मद अब्बास अपने दमदार प्रदर्शन की वजह से क्रिकेट वल्र्ड की सुर्खियां बने हुए हैं लेकिन इस युवा की कहानी किसी बॉलीवुड की मसाला फिल्म से कम नहीं है। पाकिस्तान ने आबू धाबी टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को 373 रनों से हराया जो कि उसकी रनों के हिसाब से सबसे बड़ी जीत है। इस जीत में मोहम्मद अब्बास ने दस विकेट का योगदान दिया। अब्बास ने पहली पारी में 5/33 और दूसरी पारी में 62/5 का प्रदर्शन किया। इसके लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया जबकि दो मैचों की सीरीज में इस गेंदबाज ने 10/58 के औसत से 17 शिकार किए जो कि पाकिस्तान के टेस्ट इतिहास में एक सीरीज में 15 या फिर उससे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाजों में सर्वश्रेष्ठ औसत है। इससे पहले यह रिकॉर्ड मोहम्मद आसिफ के नाम था जिन्होंने 2006 में श्रीलंका के खिलाफ दो मैचों की सीरीज में 10/76 के औसत से 17 विकेट लिए थे। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दमदार खेल की वजह से मैन ऑफ द मैच अवार्ड हासिल करने वाले अब्बास यूएई में दस विकेट लेने वाले पहले तेज गेंदबाज होने के अलावा पाकिस्तान के लिए करीब 12 साल बाद टेस्ट क्रिकेट में दस विकेट लेने वाले गेंदबाज भी हैं।
यूं बना 100 साल का रिश्ता
यही नहीं अब्बास का ये औसत 10/56 ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछले 100 साल में बेस्ट है। इससे पहले ये रिकॉर्ड इंग्लैंड के रिचर्ड इलसन के नाम था जिन्होंने दो मैच में 10/88 के औसत से 17 विकेट झटके थे जबकि अब्बास का करियर औसत 15/64 है और वह पिछले 100 साल में 50 प्लस विकेट लेने वाले सबसे दमदार गेंदबाज हैं। हालांकि टेस्ट क्रिकेट इतिहास में वह चौथे सबसे सफल गेंदबाज हैं। इंग्लैंड के जी लोहमन ने 1886/96 के बीच 10/75 के औसत से 112 विकेट लिए थे जो कि वल्र्ड रिकॉर्ड है। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के लिए खेलने वाले जेजे फीर्स ने 1887/92 के बीच 12/70 के औसत से 61 शिकार किए थे। इंग्लैंड के डब्ल्यू बार्नेस ने 1880/90 के बीच 15/54 के औसत से 51 खिलाड़ी आउट किए थे वहीं अब्बास ने अब तक 10 टेस्ट में 15/64 के औसत से 59 शिकार किए हैं। इंग्लैंड के डब्ल्यू बेट्स ने 1881/87 के बीच 16/42 के औसत से 50 विकेट लिए थे।
यूं हुई क्रिकेट की शुरुआत
10 मार्च 1990 को सियालकोट की सम्बडयि़ाल तहसील के गांव जातीकी श्रंजीमामल में जन्मे मोहम्मद अब्बास ने जूनियर क्रिकेट में कदम रखने से पहले काफी मुश्किलों का सामना किया है। उन्होंने इंटव्यू में कहा क्रिकेट से पहले मेरी जिंदगी चुनौती भरी थी लेकिन उन मुश्किलों में मुझे क्रिकेट ने मदद की क्योंकि जब में खेल में आया तो मैं परेशानियों से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार था। आपको बता दें कि इस खिलाड़ी ने वेल्डिंग और लेदर फैक्ट्री में काम करने के अलावा कोर्ट में ऑफस बॉय की जॉब भी की है हालांकि उन्हें जब अंडर19 क्रिकेट में खेलने का मौका मिला तब उनके सामने नौकरी और क्रिकेट में से किसी एक को चुनने का रास्ता था लेकिन एक दोस्त की सलाह पर उन्होंने दोनों को जारी रखने का फैसला किया। 2017 के वेस्टइंडीज दौरे पर वह सुनहरा लम्हा आया जब उन्हें कप्तान मिस्बाह उल हक ने टेस्ट कैप सौंपी और अब्बास ने डेब्यू सीरीज में 19/20 के औसत से 15 विकेट लेकर अपने चयन को सार्थक साबित किया हालांकि मिस्बाह उन्हें 2016 में ही टेस्ट टीम का हिस्सा बनाना चाहते थे लेकिन बोर्ड इससे सहमत नहीं था जबकि मई 2018 में उन्होंने लॉड्र्स मैच में 8 विकेट लेकर अपनी टीम को 9 विकेट से जीत दिलाने में अहम निभाई।