देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी अगले साल से डीजल इंजन वाली कार नहीं बेचेगी। कंपनी के चेयरमैन आर सी भार्गव ने कहा का 1 अप्रैल 2020 से वह चरणबद्ध तरीके से डीजल इंजन वाली कारों की बिक्री बंद कर देंगे। फिलहाल मारुति सुजुकी की कुल आमदनी में 23 फीसदी डीजल कारों से आता है। कंपनी को उम्मीद है कि इस गैप को वह पेट्रोल और CNG वर्जन की कारों से आसानी से भर लेगी। शायद यही वजह है कि कंपनी अपने नए मॉडल्स पेट्रोल और CNG इंजन के साथ लॉन्च कर रही है। 31 मार्च 2019 को खत्म हुए साल में मारुति ने कुल 17.53 लाख यूनिट्स घरेलू बाजार में बेचे थे। पिछले साल के मुकाबले उसकी ग्रोथ 6.1 फीसदी थी। कुल 17.53 यूनिट्स में से 17.29 लाख यूनिट्स पैसेंजर व्हीकल और 23,874यूनिट्स LCV के रहे हैं। इस दौरान कंपनी ने 1,08749 यूनिट्स एक्सपोर्ट की है।
नए मॉडल लॉन्च- इस हफ्ते की शुरुआत में ही मारुति सुजुकी ने अपने पॉपुलर मॉडल बलिनो और ऑल्टो हैचबैक लॉन्च किया है। कंपनी के ये मॉडल भारत स्टेज 6 यानी BS 6 एमिशन नॉर्म्स के मुताबिक हैं। भारत में BS 6 अगले साल से लागू होने वाला है लेकिन कंपनी ने पहले ही नए मॉडल लॉन्च कर दिए है। कंपनी अगले कुछ महीनों में मारुति डिजायर और स्विफ्ट भी BS 6 एमिशन नॉर्म्स के तहत बाजार में उतारेगी।
कंपनी ने बढ़ाए दाम- कंपनी ने अपने कुछ मॉडल्स के दाम बढ़ा दिए हैं। मारुति ने बलिनो डीजल रेंज और RS पेट्रोल वैरिएंट की कीमत 15,000 रुपए तक बढ़ा दी है। ये कीमतें तत्काल प्रभाव से लागू होंगी। 1 लीटर बूस्टर जेट पेट्रोल इंजन वाली बलिनो RS की कीमत अब 8.88 लाख रुपए है। पहले इसकी कीमत 8.76 लाख रुपए थी।
कंपनी के नतीजे- फाइनेंशियल ईयर 2019 की चौथी तिमाही में मारुति सुजुकी का मुनाफा 4.6 फीसदी घटकर 1,795.6 करोड़ रुपए पर आ गया है। फाइनेंशियल ईयर 2018 की चौथी तिमाही में मारुति सुजुकी का मुनाफा 1,882 करोड़ रुपए था। इस दौरान कंपनी की आमदनी 1.4 फीसदी बढ़कर 21,459.4 करोड़ रुपए रही। एक साल पहले की इसी तिमाही में यह 21,165.6 करोड़ रुपए थी।