अहमदाबाद. मैरिंगो सीआईएमएस हॉस्पिटल ने प्रोस्टेट कैंसर जागरूकता माह के उपलक्ष्य में प्रोस्टेट की अच्छी सेहत, शुरुआती चरण में पहचान और इलाज के अत्याधुनिक विकल्पों की अहमियत को उजागर किया, और समुदाय को पुरुषों की, खास तौर पर 60 साल से ज़्यादा उम्र के पुरुषों की सेहत से जुड़ी इस बड़ी समस्या से अवगत कराने के अपने संकल्प को और मजबूत किया है। प्रोस्टेट कैंसर जागरूकता माह के आरंभ होने के बाद से ही, मैरिंगो सीआईएमएस हॉस्पिटल ने प्रोस्टेट कैंसर के बारे में लोगों को बड़े पैमाने पर जागरूक करने और पुरुषों को अपनी सेहत के लिए एहतियाती कदम उठाने के लिए प्रोत्साहित करने की मुहिम शुरू कर दी है। प्रोस्टेट कैंसर दुनिया भर में पुरुषों को अपनी चपेट में लेने वाले कैंसर के सबसे सामान्य प्रकारों में से एक है, जिसके सफल उपचार में शुरुआती चरण में पहचान की सबसे अहम भूमिका होती है। ऑन्कोलॉजी और ऑन्को-सर्जरी विभाग की कमान डॉ. महावीर ताड़ियाया, कंसल्टेंट कैंसर सर्जन; डॉ. भावेश पारेख, मेडिकल ऑन्कोलॉजी के प्रमुख और डॉ. मल्हार पटेल, कंसल्टेंट रेडिएशन ऑन्कोलॉजिस्ट, मैरिंगो सीआईएमएस हॉस्पिटल, संभाल रहे हैं।
डॉ. महावीर तडियाया, कंसल्टेंट कैंसर सर्जन, कहते हैं, “पूरी दुनिया में लाखों पुरुष प्रोस्टेट कैंसर से जूझ रहे हैं, लेकिन सही जानकारी और शुरुआत में डायग्नोसिस के ज़रिये इसके प्रभाव को कम किया जा सकता है। पुरुषों की उम्र बढ़ाने के साथ-साथ प्रोस्टेट कैंसर होने का जोखिम भी बढ़ता चला जाता है, जिसकी वजह से समय-समय पर जाँच कराना बेहद जरूरी हो जाता है। इस बार प्रोस्टेट कैंसर जागरूकता माह के दौरान हमने यह संदेश फैलाने का लक्ष्य रखा है कि, समय पर जाँच से शुरुआत में ही इसकी पहचान हो सकती है, जिससे उपचार के बेहतर परिणाम प्राप्त होते हैं। हमें पुरुषों की सेहत के बारे में खुलकर बातचीत को बढ़ावा देने, और लोगों को अपनी सेहत की जिम्मेदारी लेने में सक्षम बनाने के साथ-साथ इस बात का भी ध्यान रखने की ज़रूरत है कि, किसी भी व्यक्ति को अनजाने में या बिना तैयारी के प्रोस्टेट कैंसर का सामना नहीं करना पड़े।”