अस्पताल दिल, फेफड़े, गुर्दे, यकृत और अस्थि मज्जा जैसे अंगों के प्रत्यारोपण के लिए इस क्षेत्र का उत्कृष्टता केंद्र है और गुजरात में पहली बार हृदय का प्रत्यारोपण और पहली बार फेफड़े का प्रत्यारोपण करने का गौरव इसे प्राप्त है
अहमदाबाद: मैरिंगो सी.आई.एम.एस. हॉस्पिटल ने पाँच अंगों के दान करने की प्रक्रिया को सफलतापूर्वक अंजाम दिया, जिसके परिणामस्वरूप एक ही दिन में जीवन बचाने वाले पाँच प्रत्यारोपण किए गए। यह उपलब्धि अंगों के प्रत्यारोपण के लिए उत्कृष्टता के एक केंद्र के रूप में अस्पताल की प्रतिष्ठा को प्रदर्शित करती है। यह अस्पताल एक ही स्थान पर हृदय, फेफड़े, गुर्दे, यकृत और अस्थि मज्जा जैसे पाँच अंगों का प्रत्यारोपण करता है।
गुजरात के भाभर के रहनेवाले 35 वर्षीय मरीज़ की एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई और डॉक्टरों ने उसे दिमाग से मृत घोषित कर दिया। सलाहकारों की एक टीम ने मृतक के परिवार से संपर्क किया, जो अपने परिवार के प्रिय सदस्य के अंगों को दान करने के एक अत्यंत मानवतापूर्ण कार्य करने हेतु सहमत हो गए। मैरिंगो सी.आई.एम.एस. हॉस्पिटल में एक मरीज़ के रूप में भेजे गए अंगदान करने वाले व्यक्ति के परिवार के लोगों ने असाधारण उदारता और करुणा का प्रदर्शन किया, जिससे तुरंत प्रत्यारोपण करवाने की आवश्यकता वाले लोगों को जीवन का दूसरा मौका मिल सका।
अंग दान करने वाले मृत व्यक्ति से अंगों को प्राप्त करना और उन्हें प्राप्त करने वाले व्यक्तियों में प्रत्यारोपित करना चिकित्सा एवं सहयोगी टीमों के बीच समन्वय के अधिक स्तर की आवश्यकता होती है। रोगी के हृदय, गुर्दे, यकृत और कॉर्निया को सफलतापूर्वक निकाला गया, और इसके परिणामस्वरूप प्राप्त करने वाले अनेक व्यक्तियों की जान बचाई गई, जो अंग दान करने के अहम महत्व और उसके प्रभाव को दर्शाता है। मैरिंगो सी.आई.एम.एस. हॉस्पिटल में अंग प्राप्त करने वाले व्यक्तियों के लिए सबसे अच्छे परिणाम सुनिश्चित करने के लिए विशेषज्ञता वाले 35-40 डॉक्टरों और 30 पैरामेडिकल कर्मचारियों की एक समर्पित टीम द्वारा चार सफल प्रत्यारोपण (1 हृदय, 2 गुर्दे, 1 यकृत) किए गए।