करेड़ा व सुवाणा में आयोजित हुआ एक दिवसीय गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर 4 करोड़ की लागत से मालीखेड़ा से धूलखेड़ा कोठारी नदी पर बनने वाले पुल (वेन्टेज कॉजवे) का किया शिलान्यास
जयपुर। राज्य सरकार तथा शांति एवं अहिंसा निदेशालय के निर्देशानुसार राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय करेड़ा के सभागार भवन व पंचायत समिति सुवाणा में एक दिवसीय गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ राजस्व मंत्री रामलाल जाट व शांति एवं अहिंसा निदेशालय के जिला संयोजक अक्षय त्रिपाठी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधीजी के चित्र के समक्ष द्वीप प्रज्वलित करके किया।
प्रशिक्षण शिविर के दौरान मुख्य अतिथि राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने कहा कि देश के वर्तमान समय में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचारों को अपनाने की जरूरत है। इस अवसर पर उन्होंने सभी को गांधी जीवन दर्शन एवं नैतिक मूल्यों को अपनाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि गांधीजी ने अंग्रेजों से विरोध को प्रकट करने के लिए सत्याग्रह को अपना प्रमुख अस्त्र बनाया।
जाट ने कहा कि हमारे देश के महापुरुषों ने ऐसे आदर्श कार्य किए हैं जिन्हें भारतवासी सदा याद रखेंगे। कई महापुरुषों ने हमारी आजादी की लड़ाई में अपना तन-मन-धन परिवार सब कुछ अर्पण कर दिया। ऐसे ही महापुरुषों में से एक थे महात्मा गांधी। महात्मा गांधी युग पुरुष थे जिनके प्रति पूरा विश्व आदर की भावना रखता है।
प्रशिक्षण शिविर में संयोजक अक्षय त्रिपाठी व वक्ताओं ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जीवन मूल्यों एवं दर्शन पर अपने विचार रखें तथा राज्य की जनकल्याणकारी योजनाओं से एवं राज्य में गुड गवर्नेस के तौर तरीके से अवगत कराया। श्री त्रिपाठी ने शांति एवं अहिंसा निदेशालय के गठन संबंधी जानकारी भी दी।
राजस्व मंत्री ने इसके पश्चात मांडल क्षेत्र के मालोला पंचायत में डीएमएफटी योजनान्तर्गत मालीखेड़ा से धूलखेड़ा कोठारी नदी पर 04 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले पुल (वेन्टेज कॉजवे) का शिलान्यास कर आमजन को संबोधित भी किया। इस अवसर पर जनप्रतिनिधि एवं अधिकारीगण मौजूद रहे।