मार्च में हुई बेमौसम बारिश, ओलावृष्टि
मध्य प्रदेश और राजस्थान में गेहूं की कटाई शुरू हो चुकी है। जबकि पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में कटाई मार्च के अंत तक शुरू हो जाती है। लेकिन इस बार मार्च में हुई बेमौसम बारिश, तेज हवा और ओलावृष्टि (Unseasonal rain and hail in March) ने फसल को भारी नुकसान पहुंचाया है। बारिश के साथ ही तेज हवा चलने से फसल खेतों में गिर गई है। जिसका असर उत्पादकता के साथ ही उत्पादन पर भी पड़ने की आशंका है।
फसल की कटाई समय पर नहीं हुई तो खेत में झड़ जायेगी
देश में लॉकडाउन चल रहा है जिसकी वजह से गेहूं की खरीद हरियाणा ने 20 दिन और पंजाब ने 15 दिनों के लिए लेट कर दी है। आमतौर पर इन राज्यों से गेहूं की खरीद पहली अप्रैल से शुरू हो जाती है जबकि इस बार हरियाणा से 20 अप्रैल और पंजाब से 15 अप्रैल से खरीद शुरू होगी। हरियाणा के सोनीपत जिले की गोहाना तहसील के किसान राजेश कुमार ने बताया कि उन्होंने आठ एकड़ में गेहूं की फसल लगाई हुई है।
फसल पकने को तैयार
फसल पकने को तैयार है लेकिन अभी तक कंबाइन नहीं आई हैं। बिहार और उत्तर प्रदेश के मजदूर अपने गांव चले गए हैं, तथा गांव के मजदूर कोरोना वायरस के कारण कटाई नहीं कर रहे हैं। ऐसे में उन्हें समझ नहीं आ रहा, कि इस बार गेहूं की कटाई हो कैसे हो पायेगी। गेहूं की कटाई में देरी हुई तो फसल खेत में ही झड़ जायेगी।
कटाई की मशीनों के लिए पास जारी
पंजाब ने फसलों की कटाई करने वाली मशीनों के लिए पास जारी करने के आदेश दिए। पंजाब के पटियाला जिले की तहसील समाणा के गांव बमण के गुरमीत सिंह ने बताया कि राज्य में कर्फ्यू लगा हुआ है। पिछले सप्ताह ही राज्य सरकार ने गेहूं कटाई के लिए कंबाइन और रेपर आदि को दूसरे राज्यों में ले जाने की अनुमति दी है। इसलिए हमने भी पास बनवाने के लिए आवेदन किया है। अत: पास बनने के बाद ही हम गेहूं की कटाई के लिए हरियाणा जा पायेंगे।
गेहूं की कटाई कंबाइन मशीनों से
पंजाब और हरियाणा में किसान बड़े पैमाने पर गेहूं की कटाई कंबाइन मशीनों से कराते हैं। कंबाइन मशीने ज्यादातर पंजाब से आती हैं, जोकि लॉकडाउन के कारण इस बार अभी तक आ नहीं पाई है। पंजाब के कृषि सचिव काहन सिंह पन्नू ने बताया कि सभी जिलों के जिला उपायुक्तों को निर्देश जारी कर दिए हैं कि कंबाइन, रेपर के साथ ही फसलों की कटाई में उपयोग होने वाली अन्य मशीनों के लिए पास जारी कर दिए जाएं जिससे कि उन्हें कोई दिक्कत न आए।