नई दिल्ली। कोरोना वायरस के कारण देश और दुनिया भर में इन दिनों लॉकडाउन है। ऐसे में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि इस समस्या से निपटने के लिए सिर्फ लॉकडाउन ही काफी नहीं है। डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि इस वक्त जरूरत है कि जो लोग बीमार हैं और इससे पीड़ित हैं उन्हें ढूंढा जाए और निगरानी में रखा जाए। तभी इसको रोका जा सकता है। लॉकडाउन खत्म होगा तो बड़ी संख्या में लोग अचानक निकलेंगे और इससे खतरा और बढ़ जाएगा।
चीन, सिंगापुर और साउथ कोरिया में कोरोना के मामले कम हुए
कोरोना वायरस ने दुनिया भर को चपेट में ले लिया है, जिसके बाद सभी देशों की सरकारों ने जनता को घरों में रहने का निर्देश दिया है और लॉकडाउन का ऐलान कर दिया है। यूरोप के कई शहरों में बार, रेस्तरां, समेत कई सुविधाओं को कुछ दिनों के लिए बंद कर दिया गया है। डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि चीन, सिंगापुर और साउथ कोरिया में कोरोना के मामले कम हुए हैं, दरअसल इन देशों ने लॉकडाउन के दौरान हर उस व्यक्ति की जांच की, जिसपर कोरोना वायरस का खतरा था। सभी देशों को यही मॉडल लागू करना चाहिए। अगर इस वायरस को फैलने से रोक दिया जाये तो बीमारी से निपटा जा सकता है।