नई दिल्ली| जीवन बीमा कंपनियों को स्वास्थ्य बीमा में दोबारा मंजूरी देने संबंधी बीमा नियामक आईआरडीएआई (IRDAI) के स्पष्ट संकेत के बीच एलआईसी(LIC) और अन्य बड़ी जीवन बीमा कंपनियां क्षतिपूर्ति-आधारित स्वास्थ्य बीमा कारोबार में फिर से कदम रखने का मन बना रही हैं।
भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के अलावा आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ, एचडीएफसी लाइफ (HDFC LIFE) और बजाज आलियांज (BAJAJ ALLIANZ) लाइफ जैसी बीमा कंपनियों का कहना है कि वर्ष 2016 में रोक लगने के पहले वे मेडिक्लेम (MEDICLAIM) पॉलिसी की भी पेशकश कर रही थीं। लेकिन भारतीय बीमा नियमन एवं विकास प्राधिकरण (IRDAI) ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया।
इन बीमा कंपनियों का कहना है कि जब बीमा नियामक उन्हें फिर से मेडिक्लेम (MEDICLAIM) पॉलिसी बेचने की मंजूरी देने का संकेत दे रहा है तो वे इस कारोबार में दोबारा कदम रखने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। ये सभी कंपनियां इस समय भी गैर-क्षतिपूर्ति पर आधारित स्वास्थ्य पॉलिसी की पेशकश कर रही हैं। क्षतिपूर्ति-आधारित स्वास्थ्य योजनाओं यानी मेडिक्लेम (MEDICLAIM) पॉलिसी का सालाना नवीनीकरण होता है या उनकी बिक्री एक साल की वैधता के साथ की जाती है। यह देश में सबसे अधिक बिकने वाली स्वास्थ्य योजनाएं हैं।
हालांकि बीमा नियामक ने वर्ष 2016 में जीवन बीमा कंपनियों को ऐसी योजनाओं को बेचने से रोक दिया था। तब से जीवन बीमाकर्ताओं को केवल निश्चित लाभ स्वास्थ्य योजनाओं की पेशकश की ही अनुमति है।
एलआईसी (LIC) ने इस बारे में संपर्क किए जाने पर कहा, ‘हम नियामक से मिले प्रस्ताव की समीक्षा कर रहे हैं। क्योंकि स्वास्थ्य जीवन बीमा हमारे मुख्य व्यवसाय से जुड़ा है। इसमें कुछ भी नया नहीं है क्योंकि हम दशकों से इसमें सक्रिय हैं और कई गैर-क्षतिपूर्ति उत्पादों की पेशकश भी कर रहे हैं।’