जयपुर। कोरोना (Corona) के बढ़ते मामले और कई राज्यों में नाइट कर्फ्यु (Night curfew in india) और लॉकडाउन (Lockdown) के चलते लोगों में घबराहट का माहौल बन गया है कि क्या पूरे देश में फिर से लॉकडाउन (Lockdown) तो नहीं लग जाएगा. महाराष्ट्र में कई जगहों पर लॉकडाउन (Lockdown) लगा है. तो वहीं मध्य प्रदेश के भोपाल और इंदौर जैसे शहरों में रविवार का लॉकडाउन (Lockdown in India again) लगा है. इसी के चलते लोगों को लग रहा है कि क्या फिर से पूरे देश में लॉक़डाउन (Lockdown in India) तो नहीं लग जाएगा.
पिछले साल जैसे लॉकडाउन की आशंका नहीं
इसी को लेकर भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve bank of INdia) के गवर्नर शक्तिकांत दास (Governor Shaktikanta Das) ने साफ कर दिया है कि इस समय किसी को भी पिछले साल जैसे लॉकडाउन की आशंका नहीं है. भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास (Governor Shaktikanta Das) ने कहा कि देश में कोविड-19 संक्रमण (Covid-19 infection) के बढ़ते मामले में चिंता की बात की बात है लेकिन इससे निपटने के लिए इस बार हमारे पास अतिरिक्त उपाय हैं.
इकोनॉमी को बढ़ाने पर फोकस
भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve bank of INdia) के गवर्नर शक्तिकांत दास (Governor Shaktikanta Das) ने साफ कर दिया है कि आरबीआई (RBI) कीमत और वित्तीय स्थिरता बनाये रखते हुए अर्थव्यवस्था में पुनरुद्धार के लिये अपने सभी नीतिगत उपायों के उपयोग को लेकर प्रतिबद्ध है. लॉकडाउन (Lockdown) के बाद आर्थिक गतिविधियां खुलने से इकोनॉमी में रिकवरी देखने को मिली है.
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के निजीकरण : सरकार के साथ चर्चा
भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve bank of INdia) (आरबीआई) (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास (Governor Shaktikanta Das) ने बैकों के निजीकरण पर कहा कि हम सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के निजीकरण (Privatization of Public Sector Banks) को लेकर सरकार के साथ चर्चा कर रहे हैं और इस संदर्भ में प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा. उन्होंने कहा कि मजबूत पूंजी आधार के साथ बैंक क्षेत्र की वित्तीय सेहत, नैतिक मानदंडों के साथ संचालन व्यवस्था बनाये रखना हमारी प्राथमिकता है.