नई दिल्ली. आईपीएल की मौजूदा चैंपियन चेन्नई सुपर किंग्स ने 12वें सीजन के पहले मैच में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को सात विकेट से हराकर बाजी मार ली है। यकीनन चेन्नई ने 71 रन के लक्ष्य को तीन विकेट गंवाकर 17.4 ओवर में हासिल कर टूर्नामेंट का शानदार आगाज किया है। हालांकि चेन्नई की 71 रन के लक्ष्य के सामने शुरुआत खराब रही और उसने आठ रन के स्कोर पर शेन वॉटसन (0) का विकेट गंवा दिया। इसके बाद अंबाती रायडू (28) और सुरेश रैना (19) ने दूसरे विकेट के लिए 32 रन की साझेदारी की। मोइन अली ने इस साझेदारी को रैना को आउट कर तोड़ा। रैना ने आईपीएल में अपने 5000 रन पूरे कर लिए और वह ऐसा करने वाले पहले बल्लेबाज बन गए हैं। रैना के आउट होने के बाद बल्लेबाजी के लिए आए केदार जाधव (नाबाद 12) ने रायडू के साथ तीसरे विकेट के लिए 19 रन की साझेदारी की। वह (रायडू) तीसरे बल्लेबाज के रूप में आउट हुए और उस वक्त स्कोर 59 रन था। रायडू ने 42 गेंदों पर दो चौके और एक छक्का लगाया। इसके बाद केदार जाधव नाबाद (13) और रवींद्र जडेजा नाबाद (छह) ने मिलकर टीम को 14 गेंद बाकी रहते हुए जीत दिला दी। बैंगलोर की ओर से युजवेंद्र चहल, मोइन अली और मोहम्मद सिराज ने एक-एक विकेट लिया।
सिर्फ 71 रन का लक्ष्य दे सकी विराट सेना
इससे पहले आईपीएल की मौजूदा चैम्पियन चेन्नई सुपर किंग्स ने अनुभवी स्पिनर हरभजन सिंह (3/20) इमरान ताहिर और रवींद्र जडेजा (2/15) के दम पर 12वें सीजन के पहले मैच में विराट कोहली की रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को 70 रन पर ढेर कर दिया। यह आईपीएल के इतिहास का छठा सबसे कम स्कोर है। मेजदार बात ये है कि यह आरसीबी का लीग में यह दूसरा सबसे कम स्कोर है। इससे पहले उसने 2017 में कोलकाता नाइटराइडर्स के खिलाफ 49 रन बनाए थे। चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। चेन्नई के गेंदबाजों खासकर स्पिनर्स के सामने रॉयल चैलेंसर्ज बैंगलोर टीम 70 रन पर ढेर हो गई। बैंगलोर के लिए ओपनर पार्थिव पटेल ने सबसे अधिक 29 रन बनाए और वह 10वें विकेट के रूप में आउट हुए। वैसे आईपीएल के इतिहास में यह दूसरा मौका है जब चेन्नई के स्पिनरों ने मैच में आठ विकेट लिए हैं। इससे पहले 2012 में डेक्कन चार्जर्स के खिलाफ चेन्नई के स्पिनरों ने आठ विकेट झटके थे।