इंदौर| भारत में दलहन व्यापार और उद्योग की प्रमुख संस्था इंडिया पल्सेस एंड ग्रेन्स एसोसिएशन (आईपीजीए) ने घोषणा की है कि द पल्सेस कॉनक्लेव (The pulses conclave 2020) के पांचवें संस्करण का आयोजन 12-14 फरवरी, 2020 को महाराष्ट्र के लोनावला में एंबी वैली सिटी में होगा। यह आइपीजीए का द्विवार्षिक वैश्विक दलहन सम्मेलन है। आईपीजीए के चेयरमैन जीतू भेड़ा ने कहा कि आईपीजीए को उम्मीद है कि भारत और मुख्य दलहन निर्यातक देशों, जैसे अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, म्यांमार, इथोपिया, युगांडा, तंजानिया, मोजाम्बिक, मालावी, आदि से करीब 1000 व्यापार हितधारक द पल्सेस कॉनक्लेव 2020 (टीपीसी 2020) में भाग लेंगे।
दलहन उत्पादन हर साल तेजी से बढ़ रहा
भेड़ा ने कहा कि भारत का दलहन उत्पादन हर साल तेजी से बढ़ रहा है, 2013-14 में यह 19 मिलियन टन था और 2018-19 में 23 मिलियन टन पहुंच गया और 2019-20 के लिए लक्ष्य 26.30 मिलियन टन है। आईपीजीए का आगे बढऩे का एजेंडा और रोडमैप अपने सदस्यों को प्रोत्साहित करता है कि बढ़े हुए घरेलू उत्पादन का लाभ उठाएं, उत्पादन और मांग की तुलना में निर्यात से संतुलन बिठाएं और इसके बाद यह सुनिश्चित करें कि भारतीय उपभोक्ता दलहन की उपलबधता में किसी भी तरह की कमी या ऊंचे दाम का शिकार न बनें।