मुंबई. इन्वेस्को म्यूचुअल फंड (Invesco Mutual Fund) ने आज अपने नए फंड इन्वेस्को इंडिया मैन्युफैक्चरिंग फंड (मैन्युफैक्चरिंग थीम पर आधारित एक ओपन-एंडेड इक्विटी स्कीम) के लॉन्च की घोषणा की। इन्वेस्को इंडिया मैन्युफैक्चरिंग फंड कैपिटल एप्रीसिएशन बढ़ाता (पूंजी वृद्धि उत्पन्न) है और मैन्युफैक्चरिंग थीम पर आधारित कंपनियों के इक्विटी और इक्विटी से संबंधित इन्स्ट्रूमेंट्स में 80% – 100% निवेश करेगा। यह फंड भारत के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में जबरदस्त विकास क्षमता का लाभ उठाने के लिए डिजाइन किया गया है। इसका उद्देश्य 50 – 60 शेयरों का एक बेहतर विविधीकृत पोर्टफोलियो बनाना है, जिसमें विभिन्न बाजार पूंजीकरण में निवेश किया जाएगा। इस फंड को निफ्टी इंडिया मैन्युफैक्चरिंग टीआरआई के लिए बेंचमार्क किया गया है और इसे फंड मैनेजर, श्री अमित गनात्रा और श्री धीमंत कोठारी प्रबंधित करेंगे।
फंड लॉन्चिंग के अवसर पर, इनवेस्को म्यूचुअल फंड के इक्विटीज और फंड मैनेजर के प्रमुख अमित गनात्रा ने कहा, ‘विनिर्माण क्षेत्र (मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर) एक महत्वपूर्ण परिवर्तन के मुहाने पर खड़ा है, जो मजबूत घरेलू मांग, वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला पुनर्गठन, स्थिर मुद्रास्फीति और ब्याज दरों के साथ ही सहायक सरकारी नीतियों द्वारा संचालित है। केंद्र सरकार सक्रिय रूप से ऐसी नीतियों, प्रोत्साहनों, सब्सिडी, कॉर्पोरेट कर दरों को कम करने और पूंजीगत व्यय में वृद्धि करने की दिशा में आगे बढ़ रही है, जिससे कि भारत को वैश्विक विनिर्माण केंद्र के रूप में स्थापित किया जा सके। ये कारक सामूहिक रूप से भारत को विनिर्माण निवेश के लिए एक आशाजनक गंतव्य के रूप में स्थापित करते हैं, जो आने वाले वर्षों में मजबूत विकास के लिए तैयार है।’
अमित गनात्रा ने आगे कहा, ‘उद्यमी प्रतिभाओं के एक बड़े पूल और पर्याप्त निर्यात क्षमता के साथ, यह क्षेत्र निवेशकों के लिए अपार अवसर प्रदान करता है। ‘मेक इन इंडिया’ और बुनियादी ढांचे के विकास जैसी पहल, श्रम, ऊर्जा, भूमि, पूंजी और उद्यमिता में प्रतिस्पर्धात्मक लाभ के साथ इस क्षेत्र को और बढ़ावा मिलेगा। हाल ही में सरकार द्वारा घोषित बजट 2024-25 में एमएसएमई और विनिर्माण, विशेष रूप से श्रम-आधारित विनिर्माण सेक्टर पर विशेष ध्यान दिया गया है, जिसमें वित्तपोषण, नियामक परिवर्तन और प्रौद्योगिकी सहायता को कवर करने वाला एक व्यापक पैकेज भी है।’
एनएफओ में न्यूनतम निवेश राशि 1,000 रुपये है और उसके बाद 1 रुपये के गुणकों में निवेश किया जा सकता है। एसआईपी निवेश के लिए, न्यूनतम आवेदन राशि 500 रुपये है और उसके बाद 1 रुपये के गुणकों में एसआईपी निवेश किया जा सकेगा। फंड आवंटन की तारीख से 3 महीने या उससे पहले रिडीम/स्विच आउट की गई यूनिट्स के लिए 0.50% का एग्जिट लोड चार्ज किया जाएगा। यदि आवंटन की तारीख से 3 महीने के बाद यूनिट रिडीम/स्विच आउट की जाती हैं, तो कोई एग्जिट लोड नहीं लिया जाएगा।
न्यू फंड ऑफर (एनएफओ) आज (25 जुलाई, 2024) से सब्सक्रिप्शन के लिए खुला है और 8 अगस्त, 2024 को बंद होगा।