मुख्यमंत्रियों को ये कहा पीएम मोदी ने
मोदी ने राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये हुई बैठक में कहा कि कोरोनावायरस के प्रकोप को रोकने के लिए अगले कुछ हफ्ते तक हमारा जोर जांच, संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए लोगों का पता लगाने और उन्हें अलग करने पर होना चाहिए ताकि इससे कम से कम लोग हताहत हों। मोदी ने कहा कि केंद्र और राज्यों को लॉकडाउन के बाद घरों से बाहर निकलने के लिए एक साझा रणनीति बनानी चाहिए। उन्होंने इस बारे में राज्यों से भी सुझाव मांगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि कोविड-19 ने हमारी आस्था और विश्वास पर हमला किया है और इससे हमारी जीवनशैली को खतरा पैदा हो गया है।
चरणों में हो काम
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने ट्वीट में कहा, ‘प्रधानमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार को 15 अप्रैल से तुरंत लॉकडाउन खत्म नहीं करना चाहिए, लेकिन यह काम चरणों में होना चाहिए। इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि भीड़भाड़ की स्थिति न हो।
15 अप्रैल को लोग सड़कों पर घूमने के लिए आजाद नहीं
अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने ट्वीट किया, ’15 अप्रैल को लॉकडाउन खत्म हो जाएगा। लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि लोग सड़कों पर घूमने के लिए आजाद होंगे। कोरोना के खिलाफ लड़ाई में सबकी जिम्मेदारी है। इससे बचने का एकमात्र तरीका सामाजिक दूरी और लॉकडाउन है।’ हालांकि कुछ देर बाद ही उन्होंने इस ट्वीट को हटा दिया। उन्होंने कहा कि एक अधिकारी ने यह ट्वीट अपलोड किया था जिन्हें हिंदी की सीमित जानकारी है। कई मुख्यमंत्रियों ने कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में न केवल केंद्र से ज्यादा पैसों की मांग की बल्कि जांच किट, वेंटिलेटर और अन्य जरूरी सामान देने का भी अनुरोध किया।