जयपुर। आम जन को महंगाई से राहत दिलाने के लिए राज्य सरकार द्वारा प्रदेशभर में आयोजित किये जा रहे महंगाई राहत कैम्प लोगों की जिंदगी में राहत का सबब बनकर आये हैं। इन कैम्पों में प्रशासन की संवेदनशीलता, पारदर्शिता, कार्यकुशलता और कर्तव्यपरायणता के रंग नजर आ रहे हैं ।
वृद्धा को घर जाकर सौंपे मुख्यमंत्री गारंटी कार्ड
महंगाई राहत कैम्पों में अधिकारी जनता के मददगार बनकर उनकी मुश्किलें आसान कर रहे हैं । ऐसा ही एक उदाहरण देखने को मिला उदयपुर जिले के नयागांव उपखण्ड क्षेत्र में आयोजित महंगाई राहत कैम्प में। नयागांव एसडीओ विजयेश पंड्या ने जब कैम्प में देर शाम 80 वर्षीय वृद्धा वजी देवी को अकेले बैठे देखा तो उनसे बात की। पता चला कि उनका जनाधार कार्ड गुम हो गया है और उन्हें उसका नंबर भी याद नहीं है। इस वजह से उनका किसी भी योजना में रजिस्ट्रेशन नहीं हो पाया । पंड्या के निर्देश पर कैम्प में मौजूद अधिकारियों-कर्मचारियों ने काफी प्रयास कर वजी का जन आधार नंबर ढूंढ निकाला और 5 योजनाओं में उनका पंजीयन करवाया। यही नहीं तकनीकी खामी के कारण तुरंत गारंटी कार्ड देना संभव नहीं हुआ तो पंड्या ने प्रतिबद्धता दिखाते हुए स्वयं वजी के घर जाकर उन्हें मुख्यमंत्री गारंटी कार्ड सौंपे ।
दिव्यांग दम्पती का सहारा बनी राज्य सरकार
ज़िन्दगी के सफ़र में शारीरिक अक्षमता कदम -कदम पर चुनौतियाँ खड़ी करती हैं और यदि हमसफ़र भी निशक्त हो तो दुश्वारियां ज्यादा बढ़ जाती हैं । ऐसे ही विपरीत हालात का सामना कर रहे थे बाड़मेर निवासी दिव्यांग राजूराम और उनकी दृष्टिहीन पत्नी । राहत की आस लिए राजूराम जब महंगाई राहत कैम्प में रजिस्ट्रेशन करवाने पहुंचे तो कैंप प्रभारी ने उनकी सहायता करते हुए तुरंत छह योजनाओं से लाभान्वित कर गारन्टी कार्ड प्रदान किये । राजूराम ने बताया कि 100 यूनिट निःशुल्क बिजली, निःशुल्क अन्नपूर्णा फूड पैकेट, 25 लाख तक का स्वास्थ्य बीमा, 10 लाख का दुर्घटना बीमा, 1000 रूपये मासिक पेंशन तथा 125 दिन के रोजगार की गारंटी मिलने से उनके परिवार को बड़ा संबल मिला है। राज्य सरकार का आभार व्यक्त करते हुए राजूराम की आँखों में ख़ुशी के आंसू छलक आये ।
तकनीकी बाधा हुई दूर, मघाराम की पेंशन हुई मंजूर
बीकानेर जिले के नालबड़ी गाँव के निवासी 63 वर्षीय मघाराम तकनीकी रुकावट के कारण सामाजिक सुरक्षा पेंशन का लाभ पाने से वंचित थे। आधार कार्ड और मतदाता पहचान पत्र में जन्म तिथि अलग-अलग होने के कारण पेंशन स्वीकृत नहीं हो पा रही थी। महंगाई राहत कैंप में जब उन्होंने समस्या अधिकारियों को बताई तो उन्होंने तकनीकी खामी दुरुस्त करते हुए मघाराम की सामाजिक सुरक्षा पेंशन स्वीकृत कर दी । पेंशन के अलावा मघाराम को इंदिरा गाँधी गैस सिलेण्डर सब्सिडी योजना, मुख्यमंत्री निःशुल्क बिजली योजना, मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना एवं मुख्यमंत्री चिरंजीवी दुर्घटना बीमा येाजना के अलावा मुख्यमंत्री कामधेनु बीमा योजना से भी लाभान्वित किया गया ।
लोगों के फर्श चमकाने वाली शोभा की चमकी ज़िन्दगी
श्रीगंगानगर जिले के विजयनगर की निवासी शोभा लोगों के घरों में बर्तन मांजने , साफ-सफाई एवं पोंछा लगाने का कार्य करती है। घर-घर जाकर कड़ी मेहनत करने के बावजूद गुजारा करना मुश्किल है। महंगाई राहत कैम्प शोभा की मुश्किलों भरी जिंदगी में राहत लेकर आया। कैम्प में उन्हें मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना, मुख्यमंत्री चिरंजीवी दुर्घटना बीमा योजना, मुख्यमंत्री निशुल्क अन्नपूर्णा फूड पैकेट तथा इंदिरा गाँधी शहरी रोज़गार गारंटी योजना में रजिस्ट्रेशन कर गारंटी कार्ड सौंपे गए। कार्ड पाकर प्रफुल्लित शोभा ने बताया कि इन योजनाओं का लाभ मिलने से न केवल घर खर्च का बोझ कम होगा बल्कि आकस्मिक बीमारी से होने वाले खर्च की चिंता से भी मुक्ति मिलेगी ।
महंगाई के दंश से मुक्त होगी दृष्टिबाधित स्वर्ण सिंह की जिंदगी
आंखों की रोशनी कम होने के कारण जयपुर की बड़ोदिया बस्ती निवासी स्वर्ण सिंह को दैनिक कार्यों में भी घर के सदस्यों की मदद लेनी पड़ती है। ऐसे में रोजगार मिलना तो बहुत दूर की बात है। घर में कमाने वाला कोई नहीं, ऊपर से बढ़ती महंगाई ने स्वर्ण सिंह की जिदंगी को और दुश्वार कर दिया, लेकिन घर के पास ही आयोजित महंगाई राहत कैंप में रजिस्ट्रेशन कराने के बाद स्वर्ण सिंह को 5 बड़ी योजनाओं का फायदा मिल गया है। मुख्यमंत्री गारंटी कार्ड प्राप्त करने के बाद स्वर्ण सिंह कहते हैं कि अब उनके घर का बिजली का बिल जीरो हो जाएगा, 500 रुपये में गैस सिलेंडर के साथ अन्नपूर्णा फूड पैकेट में मुफ्त राशन और 1000 रुपये विशेष योग्यजन सम्मान पेंशन भी मिलने लग जाएगी। इससे मैं सम्मानपूर्वक अपनी जिंदगी बसर कर सकूंगा।
अधिकारियों ने अपनी जेब से दी 25 परिवारों के चिरंजीवी बीमा की किश्त
राज्य सरकार की ओर से जन राहत के लिए चलाई गई महंगाई राहत कैम्प की मुहिम को साकार करने में प्रशासनिक अधिकारी पूर्ण निष्ठा के साथ जुटे हैं और स्वयं के स्तर पर सहयोग प्रदान करते हुए ग्रामीणों को सरकार की योजनाओं का लाभ प्रदान कर प्रेरणा स्रोत बने है। उदयपुर जिले के इंटाली खेड़ा में आयोजित महंगाई राहत कैंप ऐसी ही सेवा की अनूठी मिसाल बनकर सामने आया जहां सभी ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों ने अपने स्तर पर धन राशि एकत्र कर 25 परिवारों की मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा एवं दुर्घटना बीमा की किश्त जमा करवाई और योजना में पंजीकरण कराया। ये सभी परिवार जरूरतमंद होने के साथ आर्थिक रूप से कमज़ोर थे। अधिकारियों की ये संवेदनशील पहल क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है ।
संतोष के जीवन में फैला खुशियों का उजियारा
बीकानेर की संतोष के पति का कुछ वर्ष पूर्व निधन हो गया था । परिवार की जरूरतें पूरी करने के लिए वे ऊन कोटड़ी में मजदूरी करती है मगर आय कम होने तथा बड़ा परिवार होने के कारण आर्थिक संकट रहता है । महंगाई रहत कैम्प में उनको सात योजनाओं- मुख्यमंत्री निःशुल्क बिजली योजना, मुख्यमंत्री निःशुल्क अन्नपूर्णा फूड पैकेट योजना, इंदिरा गांधी शहरी रोज़गार गारंटी योजना, इंदिरा गाँधी गैस सिलेंडर सब्सिडी योजना,सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना, मुख्यमंत्री चिरंजीवी दुर्घटना बीमा योजना, मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना से लाभान्वित किया गया । मुख्यमंत्री गारंटी कार्ड्स मिलने पर संतोष ने राज्य सरकार का आभार प्रकट करते हुए कहा कि उनके मुश्किल समय में राज्य सरकार ने सहायता का हाथ बढ़ाकर उनका जीवन आसान बना दिया है।
सिद्दीक को मिली महंगाई से मुक्ति की गारंटी
सवाई माधोपुर जिले की शेषा ग्राम पंचायत निवासी दिव्यांग सिद्दीक खां परचूनी की दुकान एवं थोड़ी सी ज़मीन पर खेती कर जैसे -तैसे अपने परिवार का जीवन निर्वाह कर रहे हैं । महंगाई के कारण चार-पांच हज़ार की मासिक आमदनी ऊंट के मुंह में जीरा साबित हो रही है। उन्होंने बताया कि कैंप में पहुंचकर जनाधार कार्ड नम्बर ऑनलाइन फीड कराया तो राज्य सरकार की प्रमुख चार योजनाओं, मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना, मुख्यमंत्री चिरंजीवी दुर्घटना बीमा योजना, मुख्यमंत्री निःशुल्क अन्नपूर्णा फूड पैकेट योजना एवं इन्दिरा गांधी गैस सिलेण्डर सब्सिडी योजना में उनकी पात्रता मिली। चारों योजनाओं के मुख्यमंत्री गारंटी कार्ड पाकर सिद्दीक ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का धन्यवाद दिया।