भारत में पहली बार क्रूज सेवा का मजा उठा सकेंगे। लक्जरी जहाज का नाम आंग्रिया रखा गया है। यह नाम छत्रपति शिवाजी महाराज के नौसेनापति सरदार कान्होजी आंग्रे के नाम पर रखा गया है। इसकी पहली व्यावसायिक फेरी 24 अक्तूबर को मुंबई से गोवा के बीच होगी। भारत में पहली बार शुरू हो रही इस प्रकार की क्रूज सेवा के लिए लक्जरी जहाज का नाम आंग्रिया रखा गया है। यह नाम छत्रपति शिवाजी महाराज के नौसेनापति सरदार कान्होजी आंग्रे के नाम पर रखा गया है जो अपनी नौसेना के जरिए भारत के पश्चिमी तटों को सुरक्षित रखने के लिए जाने जाते हैं।
तीस साल तक उठा सकेंगे मजा
क्रूज के कैप्टन नितिन ढोंड के अनुसार सरदार कान्होजी की इसी विशेषता के कारण इस जहाज का नामकरण करते समय कोई दूसरा नाम सूझा ही नहीं। बता दें कि दो साल पहले जापान से खरीदे गए इस जहाज को क्रूज सेवा के लायक बनाने में दो साल का समय लग गया। 20 साल पुराने इस जहाज को अभी 30 साल तक क्रूज के रूप में उपयोग किया जा सकता है।
104 कमरे हैं सात मंजिला क्रूज में
क्रूज की संचालक कंपनी आंग्रिया सी ईगल प्रा.लि की कार्यकारी उपाध्यक्ष लीना कामत प्रभू के अनुसार इस सात मंजिला क्रूज में कुल 104 कमरे हैं। सबसे कम किराया डॉरमेटरी का करीब 6500 रुपए एवं सबसे अधिक किराया एक जोड़े के कक्ष का 10000 रुपया है। दोनों किराए भोजन सहित एवं एक तरफ के हैं।
कॉफी हाऊस और एक स्वीमिंग पूल
जहाज में छह बार हैं जहां किसी भी तरह के ड्रिंक के लिए अलग से भुगतान करना होगा। रेस्टोरेंट्स के अलावा 24 घंटे चलनेवाला कॉफी हाऊस और एक स्वीमिंग पूल भी है। क्रूज में 50 से 150 की क्षमता वाले ऐसे हॉल एवं डेक भी हैं जहां कोई पार्टी भी दी जा सकती है। यह क्रूज सप्ताह में तीन दिन मुंबई से रवाना होगा और तीन दिन गोवा से। शाम करीब 4.30 बजे दोनों तरफ से रवाना होनेवाले क्रूज में एक तरफ की यात्रा में 15 घंटे लगेंगे। लीना के अनुसार क्रूज में अपना सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट भी लगा है। इसके कारण इसमें से निकलनेवाली गंदगी को समुद्र में जाने से रोका जा सकेगा। यात्रियों की सुरक्षा के भी तगड़े इंतजाम किए गए हैं लेकिन मुंबई और गोवा के बीच चलनेवाली क्रूज की फेरियां अच्छे समुद्री मौसम में ही चलेंगी। खराब मौसम में इसे स्थगित रखा जाएगा। पर्यटक इसकी बुकिंग वेबसाइट आंग्रियाक्रूज डॉट कॉम पर जाकर सीधे या एजेंटों के जरिए भी कर सकते हैं।