मुंबई| भारत की सबसे बड़ी हॉस्पिटैलिटी कंपनी इंडियन होटल्स कंपनी (आईएचसीएल) को इंटरनैशनल कन्वेंशन ऑफ डब्ल्यूटीएम रिस्पाँसिंबल टूरिज़्म में सम्मानित किया गया है, यह एक अंतर्राष्ट्रीय मंच है जहां दुनिया भर में दायित्वपूर्ण पर्यटन को बढ़ावा देने वाले संगठनों को सम्मानित किया जाता है। आईएचसीएल भारत और उपमहाद्वीप से विजेता रही, इसने महामारी के दौर में ’सस्टेनिंग ऐम्पलॉयीज़ एंड कम्यूनिटीज़’ श्रेणी में तथा भारत की सांस्कृतिक विरासत में योगदान के लिए सम्मान दिया गया।
इस उपलब्धि पर श्री गौरव पोखरियाल, कार्यकारी उपाध्यक्ष-मानव संसाधन, आईएचसीएल ने कहा, ’’आईएचसीएल हमेशा से दायित्वपूर्ण पर्यटन के लिए प्रतिबद्ध रही है। ’पथ्य’ फ्रेमवर्क के तहत हमारा यह प्रयास है की संवहनीयता (सस्टेनेबिलिटी) और और समाज पर प्रभावी उपायों में सकारात्मक परितर्वन में हम सबसे आगे रहें। डब्ल्यूटीएम जैसे प्रतिष्ठित संगठनों द्वारा पुरस्कृत किया जाना हमारे लिए सम्मान की बात है और इससे एक ज्यादा संवहनीय और समावेशी भविष्य निर्माण का हमारा संकल्प और ज्यादा मजबूत हुआ है।’’
महामारी के दौर में ’सस्टेनिंग ऐम्पलॉयीज़ एंड कम्यूनिटीज़’ श्रेणी के अंतर्गत आईएचसीएल को ’मील्स टू स्माइल्स’ के लिए सम्मानित किया गया, इस पहल के जरिए कंपनी ने भारत के विभिन्न शहरों में महामारी के चरम पर स्वास्थ्यकर्मियों और प्रवासी मजदूरों को 45 लाख भोजन उपलब्ध कराए तथा ’ताज फॉर फैमिली’ प्रोग्राम द्वारा हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री के सदस्यों को मदद पहुंचाई। आईएचसीएल ने यूनेस्को के साथ गठबंधन कर के भारत की ’अमूर्त सांस्कृतिक विरासत’ को संरक्षण और बढ़ावा दिया, इसके लिए कंपनी को सांस्कृतिक विरासत में योगदान श्रेणी में पुरस्कृत किया गया।