रियल-टाइम इलेक्ट्रिसिटी मार्केट में 1556 एमयू वॉल्यूम का कारोबार किया और 39% सालाना वृद्धि देखी गई, ग्रीन मार्केट ने 453 एमयू वॉल्यूम की उपलब्धि हासिल किया, माह के दौरान आरईसी ने किया 6.12 लाख का कारोबार
दिल्ली। इंडियन एनर्जी एक्सचेंज ने फरवरी‘22 में 8760 एमयू वॉल्यूम हासिल की जिसमें कन्वेंशनल पावर मार्केट में 7695 एमयू, ग्रीन पावर मार्केट में 453 एमयू और आरईसी मार्केट में 612 एमयू (6.12 लाख सर्टिफिकेट) शामिल हैं। कुल मिलाकर एक्सचेंज ने महीने के दौरान सभी मार्केट सेगमेंट में 29% साल-दर-साल की वॉल्यूम ग्रोथ हासिल किया।
नेशनल लोड डिस्पैच सेंटर द्वारा प्रकाशित बिजली की मांग के आंकड़ों के अनुसार, 105.5 बीयू में ऊर्जा की खपत के साथ 2.2% की वृद्धि देखी गई, जबकि 193.6 गीगावॉट पर नेशनल पीक डिमांड के दौरान फरवरी’22 3% सालाना वृद्धि देखी गई।
इलैक्ट्रसिटी मार्केटः डे-अहेअड, टर्म-अहेअड और रियल टाइम
डे-फॉरवर्ड मार्केट ने 5612 एमयू वॉल्यूम कर 9.5% की सालाना वृद्धि देखी गई, जिसमें एवरेज मार्किट क्लीयरिंग मूल्य 4.44 रुपये प्रति यूनिट व 31% सालाना वृद्धि दर्ज की गई। जो मुख्य रूप से इम्पोर्टेड कोयला बेस्ड पॉयर्ड प्लांट्स के कम उत्पादन, इम्पोर्टेड कोयले की बडी़ हुई कीमतों और राज्यों में बिजली की मांग में वृद्धि के कारण हुआ।
टर्म-अहेअड मार्केट में इंट्रा-डे, कन्टिजेन्सी, दैनिक और साप्ताहिक कॉन्ट्रैक्ट्स ट्रेडे करते हुए 527 एमयू का कारोबार हुआ जिसमें 22% सालाना वृद्धि दर्ज शामिल हैं। फरवरी महीने में रीयल-टाइम इलेक्ट्रिसिटी मार्केट ने 1556 एमयू वॉल्यूम हासिल किया गया जो 4.35 रुपये प्रति यूनिट की औसत मासिक कीमत के साथ 39% सालाना वृद्धि थी। 89 एमयू का उच्चतम एकल-दिन वॉल्यूम फरवरी‘22 में हासिल किया गया।
फरवरी के दौरान, 519 प्रतिभागियों ने एक्सचेंज के आरटीएम बाजार में लेनदेन किया। इस मार्किट सेगमेंट में वॉल्यूम की लगातार वृद्धि, डिस्ट्रीब्यूशन यूटिलिटीज और इंडस्ट्रियल कंस्यूमर दोनों के लिए वास्तविक समय की बिजली मांग-आपूर्ति आवश्यकताओं को संतुलित करने में इस सेगमेंट के महत्व को दर्शाती है।
ग्रीन मार्कटः डे-अहेअड और टर्म-अहेअड
फरवरी‘22 के दौरान 453 एमयू वॉल्यूम आईईएक्स ग्रीन मार्केट में डे-फॉरवर्ड और टर्म-फॉरवर्ड मार्केट सेगमेंट ने हासिल किये। ग्रीन डे-अहेड मार्केट ने 4.78 रुपये प्रति यूनिट के भारित औसत मूल्य के साथ 191 एमयू का वॉल्यूम हासिल किया और 188 बाजार सहभागियों से भागीदारी मिली। ग्रीन टर्म-अहेड मार्केट ने 262 एमयू वॉल्यूम और 51 बाजार सहभागियों से भागीदारी हासिल की। सोलर पावर का औसत मासिक मूल्य 3.93 रुपये प्रति यूनिट जबकि गैर-सौर पावर का औसत मासिक मूल्य 4.72 रुपये प्रति यूनिट रहा।
महीने के दौरान दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, तेलंगाना, कर्नाटक, दमन और दियू और पश्चिम बंगाल सहित कई राज्यों की प्रमुख डिस्ट्रीब्यूशन यूटिलिटीज के साथ-साथ कई इंडस्ट्रियल कंस्यूमर ने एक्सचेंज के ग्रीन मार्केट में भाग लिया। 24 फरवरी के एक आदेश में, केंद्रीय विद्युत नियामक आयोग (सीईआरसी) ने एक्सचेंज को ग्रीन टर्म-अहेड मार्केट (जीटीएएम) में हाइड्रोपावर कॉन्ट्रैक्ट्स शुरू करने की मंजूरी दे दी है। यह कदम ओब्लिगेटेड एन्टटीस द्वारा हाइड्रोपावर परचेस ऑब्लिगेशन (इचओपी) के कम्प्लेंस को फसिलिटटे करेगा। प्रस्तावित अनुबंधों में प्रतिभागी इंट्रा-डे, डे-अहेड की कन्टिजेन्सी, दैनिक और साप्ताहिक अनुबंधों के तहत व्यापार करने में सक्षम होंगे।
रिन्यूएबल एनर्जी सर्टिफिकेट मार्केट
23 फरवरी’22 को आयोजित एक्सचेंज कारोबार सत्र में कुल 6.12 लाख आरईसी को मंजूरी दी गई जिसमें 4.44 लाख वॉल्यूम के गैर-सौर पावर के आरईसी, जिनका समाशोधन मूल्य 1,000 रुपये प्रति आरईसी था और 1.67 लाख सौर पावर, जिसमें समाशोधन मूल्य रु 2300 प्रति आरईसी था। एक्सचेंज में अगला आरईसी ट्रेडिंग सत्र बुधवार 30 मार्च 2022 को निर्धारित किया गया है।