मुंबई .क्रिप्टोकरेंसी की चाल पर नजर रखने वाले लोगों का कहना है कि इन मुद्राओं पर प्रस्तावित प्रतिबंध उतना सरल नहीं होगा जितना समझा जा रहा है। मंगलवार को लोकसभा की तरफ से जारी एक बुलेटिन में केवल कुछ क्रिप्टोकरेंसी में कारोबार की इजाजत दिए जाने का जिक्र है। विशेषज्ञों का कहना है कि संसदीय समिति ने इस मामले में कोई निर्णय नहीं लिया है। एक जिंस के तौर पर क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है मगर एक परिसंपत्ति के रूप में इसकी इजाजत दी जा सकती है। हालांकि इस कारोबार से जुड़े ज्यादातर लोग फिलहाल स्पष्ट रूप से कुछ कहने से बच रहे हैं। इस बीच, मंगलवार शाम क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध से जुड़ी खबरें आने के बाद ऐसी सभी मुद्राओं की कीमतें लुढ़क गईं और भारत में बढ़त के बजाय निचले स्तर पर इनका कारोबार शुरू हो गया।
निशीथ देसाई ऐसोसिएट्स में लीडर, ब्लॉकचेन ऐंड क्रिप्टोकरेंसी प्रैक्टिस, सुरिल देसाई ने कहा, ‘फिलहाल क्रिप्टोकरेंसी से संबंधित विधेयक पर कोई बयान देना जल्दबाजी होगी। पिछले सप्ताह इस विषय पर संसद की स्थायी समिति की बैठक हुई थी और क्रिप्टोकरेंसी उद्योग के प्रतिनिधियों से उनकी प्रतिक्रियाएं मांगी गई थीं। उनकी प्रतिक्रियाएं उपयुक्त विधेयक तैयार करने में इस समिति की मदद करेंगी।’
उन्होंने कहा कि इस समय उपलब्ध जानकारी काफी कम है और इस वर्ष जनवरी में भी लगभग यही बातें कही गई थीं। देसाई ने कहा कि फिलहाल जो जानकारी उपलब्ध है वह हाल में सरकारी अधिकारियों के बयान से मेल नहींं खाते हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले हमें संसद का सत्र शुरू होने तक इंतजार करना होगा।