नई दिल्ली। इन्दिरा आईवीएफ (Indira IVF) देशभर में 93 केंद्रों के साथ भारत की सबसे बड़ी इनफर्टिलिटी स्पेश्यालिटी क्लीनिक्स चैन है, जहां 2200 से अधिक कुशल लोग अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इन्दिरा आईवीएफ (Indira Infertility Clinic and Research Center) द्वारा एक वर्ष में लगभग 33,000 से ज्यादा आईवीएफ प्रक्रियाएं की जाती हैं जो देश में सर्वाधिक हैं। इन्दिरा आईवीएफ (Indira Infertility Clinic and Research Center) द्वारा नि:संतानता से जुड़े टेबू, निषेध, मिथक और गलत सूचना को दूर करने का लगातार प्रयास किया जा रहा है। संस्थान ने 70,000 से अधिक दम्पतियों को संतान पैदा करने में मदद की है।
भारत का पहला शुक्राणु बैंक भी खोला
डॉ. अजय मुर्डिया ने 1988 में इन्दिरा इनफर्टिलिटी क्लिनिक एंड रिसर्च सेंटर (Indira Infertility Clinic and Research Center) की स्थापना की और दम्पतियों द्वारा गर्भधारण में असमर्थ होने का एक प्रमुख कारण पुरुष नि:संतानता को बताया। उन्होंने भारत का पहला शुक्राणु बैंक (Sperm bank jaipur) भी खोला। 23 साल बाद 2011 में उदयपुर में पहले इन्दिरा आईवीएफ (Indira Infertility Clinic and Research Center) में प्रजनन उपचार प्रदान करने के लिए इनके दो बेटे नितिज मुर्डिया और डॉ. क्षितिज मुर्डिया भी साथ में जुड़ गए।
महिला-केंद्रित स्थिति
इन्दिरा आईवीएफ (Indira Infertility Clinic and Research Center) के संस्थापक डॉ. अजय मुर्डिया (Dr. Ajay Murdia) ने कहा कि हमने ऐसे समय में शुरुआत की जब नि:संतानता से जुड़ा सबसे बड़ा मिथक था कि यह एक महिला-केंद्रित स्थिति है। तब से, इसको लेकर धारणाएं विकसित हुई है और यह बहुत संतुष्टिदायक है कि हम राजस्थान में उस विषय की नींव रखने में सक्षम हुए। हमने विज्ञान को आगे रखते हुए जागरूकता फैलाने और गलतधारणाओं को समाप्त करने के लिए अपने तरीके से काम किया।
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