नई दिल्ली। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं एमएसएमई मंत्री नितिन गडकरी (Union Road Transport and MSME Minister Nitin Gadkari) ने कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (Confederation of All India Traders) (कैट) की 57 वी वीडियो कांफ्रेंस को सम्बोधित करते हुए कहा की कोविड लॉकडाउन (Covid Lockdown) के बाद देश में व्यापार करने का तौर तरीका पूरी तरह से परिवर्तित हो जाएगा। नवीन दृष्टि, उद्यमिता, ज्ञान, डिजिटल प्रौद्योगिकी देश में भविष्य के व्यापार के चार बुनियादी स्तम्भ होंगे। इसलिए भारत के व्यापारियों को पारंपरिक व्यापारिक प्रणाली के स्थान डिजिटल प्रणाली को बहुत तेजी से अपनाना होगा। देश के सभी राज्यों के 100 से अधिक प्रमुख व्यापारी नेता वीडियो कांफ्रेंस में शामिल थे।
देश की अर्थव्यवस्था के लिए यह अधिक महत्वपूर्ण
गडकरी (Nitin Gadkari) ने व्यापारियों को एमएसएमई क्षेत्र (MSMEs Sector) के तहत शामिल करने पर उन्होंने इस मामले को सकारात्मक रूप से देखने के लिए कहा और आश्वासन देते हुए कहा की सरकार द्वारा व्यापरियों को सहायता अवश्य मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था के लिए यह अधिक महत्वपूर्ण है कि व्यावसायिक समुदाय बेहतर व्यावसायिक संभावनाओं की खोज करते रहें और सर्वश्रेष्ठ व्यापार करने के लिए उन्नत तकनीक से संपन्न हों।
लॉकडाउन अवधि के दौरान आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति
व्यापारियों के अर्थव्यवस्था में योगदान की सराहना करते हुए उन्होंने विशेष रूप से लॉकडाउन अवधि के दौरान आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति बनाए रखने के बारे में व्यापारी समुदाय के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि यह राष्ट्र के प्रति उनकी असीम भक्ति को दर्शाता है।
अर्थव्यवस्था को कर दिया काफी बर्बाद
गडकरी (Nitin Gadkari) ने कहा कि देश अपनी सबसे अधिक विकट समस्या का सामना कर रहा है, जिसने अर्थव्यवस्था को काफी हद तक बर्बाद कर दिया है। इस स्थिति से उबरने के लिए बाजार में अर्थ की बेहतर तरलता का प्रवाह बहुत आवश्यक है। किसानों की क्रय शक्ति बढ़ाने की जरूरत है और कृषि क्षेत्र में नई तकनीक को अपनाना समय की जरूरत है।
ग्राम पंचायत स्तर पर एमएसएमई उद्योग
गडकरी (Nitin Gadkari) ने व्यापारियों से कहा कि सरकार ‘एग्रो एमएसएमई’ (Agro MSMEs) की एक नई श्रेणी बनाने की सोच रही है, जिसमें ग्राम पंचायत स्तर पर एमएसएमई उद्योग (MSMEs Sector) लगेंगे और ऐसे उद्योग संबंधित गाँव के विकास में योगदान देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार के पास राजमार्गों के दोनों ओर स्मार्ट गांव, स्मार्ट सिटी, औद्योगिक क्लस्टर और अन्य सुविधाएं बनाने की योजना है। इस तरह की पहल से न केवल लॉजिस्टिक्स की लागत कम होगी, बल्कि बिजली और श्रम की लागत भी निम्न स्तर पर रहेगी और एमएसएमई प्रतिस्पर्धी कीमतों पर गुणवत्ता के सामान का उत्पादन कर सकते हैं।
व्यवहार परिवर्तन की बहुत आवश्यकता
गडकरी (Nitin Gadkari) ने कहा कि कोविड लॉकडाउन (Covid Lockdown) के बाद व्यापार को पुन चालू करने के लिए व्यापारियों को अपने व्यवहार परिवर्तन की बहुत आवश्यकता है। सकारात्मकता और आत्मविश्वास के तत्वों को व्यापारियों और उद्यमियों के बीच विकसित करने की आवश्यकता है, लोगों की हताशा समाप्त होनी चाहिए और एक सामूहिक और सहयोगात्मक दृष्टिकोण के साथ हम निश्चित रूप से कोरोना की लड़ाई जीतेंगे।