निवेशकों को भेजे संदेश
इसलिए बंद की योजनाएं
इन छह योजनाओं में निवेशकों की 25,000 करोड़ रुपये से अधिक की फंसी है। कंपनी ने बॉन्ड बाजार में नकदी की कमी का हवाला देते हुए इन योजनाओं को स्वयं से बंद करने की पहल की थी। उन्होंने कहा कि यह निर्णय ग्राहकों के हित को ध्यान में रखकर लिया गया है।
भारत को लेकर प्रतिबद्ध है कंपनी
सप्रे ने कहा, ‘फ्रैंकलिन टेम्पलटन ने भारत में बहुत पहले काम शुरू किया था। कंपनी ने यहां 25 साल से अधिक अवधि में दीर्घावधि कारोबार खड़ा किया है। उसके कुल वैश्विक कार्यबल का 33 फीसदी से अधिक भारत में रहता है।’ उन्होंने कहा कि कंपनी के वैश्विक मुख्य कार्यकारी अधिकारी जेनी जॉनसन ने भी कहा है कि कंपनी भारत को लेकर प्रतिबद्ध है।
आरबीआई ने दी राहत
म्यूचुअल फंड पर तरलता दबाव को कम करने के लिए, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने म्यूचुअल फंड के लिए 50,000 करोड़ रुपये की विशेष लिक्विडिटी सुविधा की घोषणा की है। केंद्रीय बैंक ने कहा है कि वह सतर्क है और कोरोना वायरस के आर्थिक प्रभाव को कम करने और वित्तीय स्थिरता को बनाए रखने के लिए हर आवश्यक कदम उठाएगा। आरबीआई फिक्स रेपो रेट पर 90 दिन की अवधि का एक रेपो ऑपरेशन शुरू करेगा।