नई दिल्ली: जर्मनी की मेट्रो एजी की भारतीय इकाई मेट्रो कैश ऐंड कैरी में निवेश सौदे के लिए तीन कारोबारी घराने दौड़ में है। उद्योग से जुड़े सूत्रों का कहना है कि रिलायंस, अदाणी समूह और थाईलैंड का कारोबारी समूह चैरोएन पोकफांड (सीपी) मेट्रो कैश ऐंड कैरी में आंशिक या पूरी हिस्सेदारी को खरीदने की दौड़ में आगे हैं। गुरुग्राम मुख्यालय वाली इस कंपनी के देश भर में 31 स्टोर हैं जिनमें प्रत्यक्ष तौर पर 5,000 कर्मचारी कार्यरत हैं।
विलय एवं अधिग्रहण घटनाक्रम के जानकार सूत्रों के अनुसार जर्मनी की रिटेल शृंखला के भारत में थोक कारोबार में निवेश करने के लिए निजी इक्विटी कंपनियों सहित करीब 20 कंपनियों ने मेट्रो एजी से संपर्क किया है।
हालांकि बोली लगाने की तैयार मानी जाने वाली तीनों कंपनियों से बिज़नेस स्टैंडर्ड ने संपर्क किया लेकिन उनका जवाब नहीं आया। अनुमान के अनुसार मेट्रो कैश ऐंड कैरी का मूल्यांकन 1 अरब डॉलर से ज्यादा का हो सकता है।
अगर रिलायंस यह बोली जीतती है तो रिटेल क्षेत्र में वॉलमार्ट, उड़ान, डी-मार्ट तथा एमेजॉन को टक्कर देने के लिए उसकी स्थिति और मजबूत होगी। अदाणी जीती तो प्रतिस्पर्धियों के लिए मेट्रो सौदे से एक और मोर्चा खुल जाएगा। अदाणी समूह हाल ही में अदाणी विल्मर के उत्पादों को बेचने के लिए शुरू किए गए फॉच्र्यून मार्ट के जरिये रिटेल क्षेत्र में है। समूह की तेल और खाद्य ब्रांड से इतर भी रिटेल क्षेत्र में विस्तार की योजना है।