मुंबई. डेटा और टेक्नोलॉजी क्षेत्र की अग्रणी कंपनी Experian ने अपनी ताजा रिसर्च रिपोर्ट जारी की है, जिसमें बताया गया है कि जनरेटिव AI (GenAI) भारत में धोखाधड़ी परिदृश्य को तेज़ी से बदल रहा है। Forrester Consulting द्वारा किए गए इस अध्ययन में विभिन्न देशों के 449 वरिष्ठ धोखाधड़ी सुरक्षा विशेषज्ञों और निर्णयकर्ताओं की राय ली गई, जिसमें भारत भी शामिल है। रिपोर्ट में बताया गया कि पहचान चोरी से जुड़े धोखाधड़ी मामलों में वृद्धि हुई है और AI तथा मशीन लर्निंग (ML) आधारित सुरक्षा उपायों की आवश्यकता पहले से अधिक बढ़ गई है।
AI आधारित सुरक्षा उपायों की बढ़ती जरूरत
रिपोर्ट के अनुसार, 85% भारतीय व्यवसायों का मानना है कि जनरेटिव AI ने धोखाधड़ी के तरीके और जटिलता को स्थायी रूप से बदल दिया है। GenAI की वजह से “धोखाधड़ी का औद्योगीकरण” हो रहा है, जहां फर्जी पहचान, डीपफेक और अन्य उन्नत तकनीकों का बड़े पैमाने पर उपयोग किया जा रहा है। इसके परिणामस्वरूप, 50% व्यवसाय धोखाधड़ी में GenAI की भागीदारी का सही आकलन करने में असमर्थ हैं। इस चुनौती से निपटने के लिए, व्यवसायों को AI-आधारित धोखाधड़ी रोकथाम उपकरणों, बहुस्तरीय सुरक्षा उपायों और स्मार्ट फ्रॉड ऑर्केस्ट्रेशन रणनीतियों को अपनाने की आवश्यकता है।
सहयोग और उन्नत तकनीकों की आवश्यकता
जैसे-जैसे धोखाधड़ी की रणनीतियाँ जटिल होती जा रही हैं, संगठनों के बीच सहयोग और उन्नत तकनीकों का उपयोग पहले से अधिक महत्वपूर्ण हो गया है।
- 77% भारतीय फ्रॉड विशेषज्ञों का मानना है कि धोखाधड़ी रोकथाम के लिए बाहरी संस्थाओं के साथ साझेदारी जरूरी है।
- 61% विशेषज्ञों का कहना है कि धोखाधड़ी डेटा साझा करने से उभरते खतरे पहचाने जा सकते हैं।
- 74% भारतीय व्यवसायों ने धोखाधड़ी डेटा साझा करने से सकारात्मक लाभ मिलने की पुष्टि की है।
AI और मशीन लर्निंग से धोखाधड़ी रोकथाम में मदद
धोखाधड़ी के बढ़ते खतरों को देखते हुए, व्यापक डेटा एनालिटिक्स और कस्टमाइज़ेबल मशीन लर्निंग (ML) मॉडल को अपनाना जरूरी हो गया है। हालांकि,
- 48% भारतीय कंपनियां ML मॉडल लागू करने में कठिनाइयों का सामना कर रही हैं, क्योंकि उनके पास पर्याप्त प्रशिक्षण डेटा नहीं है।
- 60% व्यवसायों को गुणवत्ता वाले डेटा की कमी महसूस हो रही है।
इस समस्या से निपटने के लिए रेडी-टू-यूज़ कस्टमाइज़ेबल ML मॉडल तेज़ी से लागू किए जा सकते हैं, जिससे धोखाधड़ी का पता लगाने की प्रक्रिया में तेजी आएगी।
Experian की प्रतिबद्धता
Experian India के कंट्री मैनेजिंग डायरेक्टर मनीष जैन ने कहा,
“हम धोखाधड़ी रोकथाम के लिए अत्याधुनिक तकनीक, डेटा एनालिटिक्स और इंडस्ट्री कंसोर्टियम का उपयोग कर रहे हैं। हमारे ML-आधारित ‘Mule Risk Indicator’ टूल के जरिए वित्तीय संस्थानों को धोखाधड़ी गतिविधियों की पहचान और रोकथाम में मदद मिल रही है। हमारा उद्देश्य व्यवसायों को धोखाधड़ी के इस जटिल परिदृश्य में आत्मविश्वास के साथ सुरक्षित रखना है।”
Experian EMEA & APAC की सीओओ शैल दीप ने कहा,
“हमारा शोध बताता है कि 85% फ्रॉड विशेषज्ञ मानते हैं कि GenAI के कारण धोखाधड़ी परिदृश्य पूरी तरह बदल गया है। 52% विशेषज्ञों ने धोखाधड़ी जनित नुकसानों में वृद्धि देखी है। अब समय आ गया है कि व्यवसाय नई और लचीली धोखाधड़ी रोकथाम रणनीतियों को अपनाएं। हमारा लक्ष्य ग्राहकों और उपभोक्ताओं के लिए एक सुरक्षित डिजिटल दुनिया बनाना है।”