मरीजों की सुविधाओं में इजाफे हेतु राज्य सरकार प्रतिबद्ध – मंत्री शर्मा
जयपुर। पर्यावरण एवं वन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संजय शर्मा (Minister of State for Environment and Forests Sanjay Sharma) ने रविवार को अलवर जिले के सामान्य और महिला चिकित्सालय अलवर में ‘न्यू भारत विकास संस्थान’ द्वारा प्रदत्त फुली ऑटो बायोकैमिस्ट्री एनालाइजर मशीन का उद्घाटन किया।
मंत्री शर्मा ने न्यू विकास भारत संस्थान जयपुर द्वारा सीएसआर फण्ड के तहत सामान्य चिकित्सालय की सेंट्रल लैब एवं महिला चिकित्सालय की लैब में लगाई गई फुल्ली ऑटो बायोकेमिस्ट्री एनालाइजर के लिए उनका आभार व्यक्त कर संस्थान के मानव सेवाभाव के कार्य की सराहना की। उन्होंने कहा इन मशीनों से होने वाली बायोकेमिस्ट्री जांचों का लाभ सामान्य चिकित्सालय एवं महिला चिकित्सालय में आने वाले मरीजों को मिलेगा।
उन्होंने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा (Chief Minister Bhajan Lal Sharma) द्वारा चिकित्सा क्षेत्र में तटस्थता के साथ कार्य करते हुए चिकित्सा तंत्र को मजबूती प्रदान करने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में पेश किए गए बजट में जिले के चिकित्सकीय तंत्र को सुदृढ करने के लिए विशेष सौंगाते दी गई है जिनमें अलवर के मुंगस्का में अर्बन आयुष्मान आरोग्य मंदिर (यूएएएम) की स्थापना, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गोविन्दगढ में बैड क्षमता में वृद्धि होने से अधिक से मरीजों को स्थानीय स्तर पर ही इलाज कराने की सुविधा मिलेगी।
आंचल मदर मिल्क बैंक का किया अवलोकन-
मंत्री शर्मा ने महिला चिकित्सालय में स्थित आंचल मदर मिल्क बैंक का अवलोकन कर वहां उपलब्ध कराई जाने वाली सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि आंचल मिल्क बैंक बच्चों के लिए जीवनदायनी का काम करता आ रहा है। उन्होंने आंचल मदर मिल्क बैंक में अपना दूध डोनेट करने वाली माताओं को साधुवाद देते हुए कहा कि डोनर के रूप में अनेक माताएं अपना दूध इस मिल्क बैंक में डोनेट आई है जिससे आवश्यकता होने पर जरूरतमंद नवजात शिशु को मां का दूध उपलब्धता होता है।
पौधारोपण कर दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश-
मंत्री शर्मा ने अपने प्रतिदिन पौधा लगाने के संकल्प के तहत रविवार को महिला चिकित्सालय परिसर में पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि पर्यावरण की शुद्धता के लिए पौधारोपण बेहद आवश्यक है। उन्होंने चिकित्सकों एवं कार्मिकों से कहा कि चिकित्सालय परिसर के साथ-साथ उपयुक्त स्थान चिन्हित कर पौधा लगाए और उसकी सार-संभाल भी सुनिश्चित करें।