नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने एक फर्जी नौकरी रैकेट का भंडाफोड़ किया है, जो लोगों को निजी एयरलाइंस में नौकरी दिलाने के बहाने ठगता था और बाद में इस सिलसिले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। आरोपियों की पहचान दीपक उर्फ मामा, अनिकेत, संदीप, अवनेंद्र और पुष्पेंद्र के रूप में हुई है।
डीसीपी (अपराध शाखा) रोहित मीणा ने कहा कि साइबर नॉर्थ पुलिस स्टेशन में राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोटिर्ंग पोर्टल (एनसीआरपी) के माध्यम से एक शिकायत प्राप्त हुई थी, जिसमें शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि उसे एक व्यक्ति का फोन आया जिसने सूचित किया कि उसका बायोडाटा इंडिगो एयरलाइंस में कंप्यूटर ऑपरेटर की नौकरी के लिए चुना गया है।
इसके बाद, पीड़ित को एक अन्य व्यक्ति के साथ बात करने के लिए कहा गया। साक्षात्कार के बाद उन्हें वर्दी शुल्क, वेतन खाता सक्रियण शुल्क, पासपोर्ट शुल्क आदि के लिए बैंक खाते में 14,225 रुपये जमा करने का निर्देश दिया गया।
निर्देश के बाद शिकायतकर्ता ने उक्त राशि आरोपी द्वारा उपलब्ध कराए गए बैंक खाते में जमा करा दी। कुछ समय बाद, जब शिकायतकर्ता ने नौकरी की पेशकश के संबंध में एक फॉलो-अप कॉल किया, तो उसे बताया गया कि कुछ आंतरिक आपात स्थिति के कारण, कंपनी ने भर्ती बंद कर दी है। इसके बाद शिकायतकर्ता ने अपने पैसे वापस करने को कहा लेकिन आरोपी ने अपना मोबाइल फोन स्विच ऑफ कर दिया।
तदनुसार, एक शिकायत के आधार पर, पुलिस ने साइबर नॉर्थ जिले में धारा 420 के तहत प्राथमिकी दर्ज की और जांच की गई।
पुलिस टीम ने दो सप्ताह तक चले अभियान में आखिरकार नोएडा के एक फ्लैट में आरोपी व्यक्तियों की लोकेशन का पता लगाया और उनकी गिरफ्तारी के साथ 57 सिम कार्ड, 25 मोबाइल फोन, 33 डेबिट कार्ड, 4 वाई-फाई राउटर और फर्जी जॉब ऑफर लेटर बरामद किए।
अधिकारी ने बताया कि साथ ही पैसे ट्रांसफर करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले 13 बैंक खातों की भी पहचान की गई और उनकी जांच की जा रही है।
पूछताछ में पता चला कि कुछ साल पहले पुष्पेंद्र नाम के एक आरोपी को इसी तरह के तरीके से ठगा गया था। इसलिए, उसने अन्य आरोपी व्यक्तियों के साथ मिलकर नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों को जल्दी पैसा कमाने के लिए उसी तरह ठगने की योजना बनाई।