2007 में वोडाफोन ने हचिसन एस्सार का किया था अधिग्रहण
24 देशों में मौजूद वोडाफोन
दुनिया भर में वोडाफोन समूह का ग्राहक आधार 30 सितंबर 2019 तक 62.5 करोड़ था जिसमें उसके संयुक्त उद्यम एवं सहायक इकाइयां भी शामिल थीं। इस प्रकार वह ग्राहकों की संख्या के लिहाज से दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी बन गई। लंदन की इस कंपनी ने हमेशा से अपने वैश्विक विस्तार पर ध्यान दिया और अब वह 42 मोबाइल नेटवर्क एवं साझेदारी के साथ 24 देशों में मौजूद है।
आइडिया में वोडाफोन पीएलसी की 42 फीसदी हिस्सेदारी
वास्तव में वोडाफोन का करीब आधा ग्राहक आधार महज एक देश यानी भारत में है जहां आदित्य बिड़ला समूह के साथ उसका संयुक्त उद्यम वोडाफोन आइडिया है। इस संयुक्त उद्यम में वोडाफोन पीएलसी की 42 फीसदी हिस्सेदारी है और उसके ग्राहकों की संख्या करीब 33.6 करोड़ है। इस प्रकार ग्राहकों की संख्या के लिहाज से वोडाफोन आइडिया के बिना वोडाफोन समूह का आकार काफी घट जाएगा और वह भारती एयरटेल (41 करोड़ ग्राहक) एवं रिलायंस जियो (36.9 करोड़ ग्राहक) से भी छोटी हो जाएगी।
वोडाफोन का दूसरा सबसे बड़ा बाजार अफ्रीका
वोडाफोन का दूसरा सबसे बड़ा बाजार अफ्रीका है। जहां वह अपने संयुक्त उद्यम वोडाकॉम के जरिये कारोबार करती है। वोडाकॉम करीब 11.7 करोड़ ग्राहक आधार के साथ कई देशों में कारोबार कर रही है। वर्ष 2019 के लिए स्टैटिस्टा के आंकड़ों के अनुसार, ब्रिटेन में वोडाफोन के ग्राहकों की संख्या करीब 1.72 करोड़ है। जबकि जर्मनी में 2.95 करोड़ और स्पेन में करीब 1.37 करोड़ है। सरीन की उम्मीद के विपरीत वोडाफोन को भारत में अपने काफी निवेश को बट्टेखाते में डालना पड़ा। जिसका असर उसके वैश्विक वित्तीय नतीजे पर पड़ा। वर्ष 2010 और 2016 के बीच कंपनी को करीब 6,300 करोड़ रुपये को बट्टेखाते में डालना पड़ा। जो भारतीय अधिग्रहण की रकम का करीब दो-तिहाई है।