मुंबई: लॉजिस्टिक्स स्टार्टअप एक्सप्रेसबीज 30 करोड़ डॉलर की पूंजी जुटाकर 2022 की आठवीं यूनिकॉर्न बन गई है और कंपनी का मूल्यांकन 1.2 अरब डॉलर पहुंच गया है। निजी इक्विटी फंडों ब्लैकस्टोन ग्रोथ, टीपीजी ग्रोथ और क्रिसकैपिटल की अगुआई में रकम जुटाने के सीरीज ई चरण में 10 करोड़ डॉलर प्राथमिक पूंजी निवेश से मिले और द्वितीयक शेयर बिक्री के जरिये 20 करोड़ डॉलर का निवेश जुटाया गया। शुरुआत में निवेश करने वाली एलिवेशन कैपिटल और अलीबाबा ने शेयर बिक्री में अपनी कुछ हिस्सेदारी बेची है और चीन की ऐसेट मैनेजमेंट कंपनी सीडीएच इन्वेस्टमेंट्स ने कंपनी में अपनी पूरी हिस्सेदारी बेच दी।
वेंचर इंटेलिजेंस के आंकड़ों के अनुसार इस साल यूनिकॉर्न फंडिंग चरण में पूंजी जुटाने की रफ्तार बढ़ी है। वित्त वर्ष 2021 में 13 यूनिकॉर्न स्टार्टअप ने पूंजी जुटाई थी जबकि वित्त वर्ष 2022 में अब तक ऐसे 47 चरण का वित्तपोषण हो चुका है। वेंचर कैपिटल फर्म 3वन4 कैपिटल के मैनेजिंग पार्टनर सिद्घार्थ पई ने कहा, ‘शेयर बाजार में उठा-पटक के बावजूद यूनिकॉर्न के वित्तपोषण में वैश्विक निवेशक भारतीय स्टार्टअप पारिस्थितिकी में भरोसा जता रहे हैं।’
एक्सप्रेसबीज सहित इस हफ्ते चार यूनिकॉर्न ने पूंजी जुटाई है। यूनिकॉर्न की इस जमात में सबसे पहले शामिल होने वाली कंपनी थी गृह सज्जा क्षेत्र की लिवस्पेस, जिसने निजी इक्विटी फंड केकेआर की अगुआई में 1.2 अरब डॉलर के मूल्यांकन पर 18 करोड़ डॉलर की पूंजी जुटाई थी। अगली कंपनी ब्लॉकचेन स्टार्टअप पॉलिगॉन रही जिसने सिकोया कैपिटल, टाइगर ग्लोबल, सॉफ्टबैंक आदि निवेशकों से 45 करोड़ डॉलर की पूंजी जुटाई। इसका मूल्यांकन 10 अरब डॉलर पहुंच गया और यह भारत में वेब3 की सबसे मूल्यवान कंपनी बन गई।
इस हफ्ते अरब डॉलर की जमात में शामिल होने वाली तीसरी कंपनी बी2बी ई-कॉमर्स क्षेत्र की इलास्टिकरन रही। उसने सॉफ्टबैंक की अगुआई में 30 करोड़ डॉलर की पूंजी जुटाई है।