नई दिल्ली. प्रेस्क्रिप्शन लेंस सेक्टर (prescription lens sectors) में दुनियाभर में अग्रणी एस्सिलोर ने भारत में एस्सिलोर स्टेलेस्ट लेंस लॉन्च (essilor stelest lens launch) किया है, ताकि बच्चों में मायोपिया की प्रगति का मुकाबला किया जा सके और भविष्य के लिए उनकी दृष्टि को सुरक्षित रखा जा सके. एस्सिलोर स्टेलेस्ट लेंस को एच.ए.एल.टी. (हाईली एस्फेरिकल लेंसलेट टार्गेट) नामक एक विशेष तकनीक के साथ डिज़ाइन किया गया है, जिसे एस्सिलोर की आरएंडडी टीमों द्वारा तैयार किया गया. एच.ए.एल.टी. प्रौद्योगिकी में 11 रिंगों पर फैले 1021 एस्फेरिकल लेंसलेट्स का एक समूह शामिल है, बल्कि मायोपिया प्रगति को धीमा करता है. प्रौद्योगिकी 30 से अधिक वर्षों के अकादमिक अध्ययन, उत्पाद डिजाइन, कठोर शोध की परिणति है टॉप रिसर्च इंस्टीटूट्स और मायोपिया विशेषज्ञों के सहयोग से प्रयास से पूरा हुआ है ।
बच्चों में मायोपिया की प्रगति को रोकने
इस संबंध में श्री नरसिम्हन नारायणन, कंट्री हेड, एस्सिलोर लक्सोट्टिका ने कहा, एस्सिलोर स्टेलेस्ट लेंस का लॉन्च आंखों की देखभाल करने वाले पेशेवरों के लिए काफी मददगार साबित होगा. एस्सिलोर स्टेलेस्ट लेंस बच्चों में मायोपिया की प्रगति से लड़ने में मदद करने के लिए एक नई क्रांति प्रदान करेगा. क्योंकि स्टेलेस्ट लेंस के प्रयोग से माओपिया की प्रगति बाधित होती है. मायोपिया प्रबंधन में 30 से अधिक वर्षों के अनुसंधान और
विकास अनुभव के साथ, हम सबसे अच्छा समाधान प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जिसके लिए बच्चों में मायोपिया की प्रगति को रोकने और धीमा करने के महत्व के बारे में नवाचार और जागरूकता की आवश्यकता है. ये लेंस एक साक्ष्य-आधारित स्पेक्टेकल लेंस समाधान प्रदान करते हैं – हम जानते हैं कि यह समाधान लंबे समय से प्रतीक्षित है और हमें विश्वास है कि एस्सिलोर स्टेलेस्ट भारतीय बाजार में गेम चेंजर साबित होगा.”