नई दिल्ली। इन दिनों इंडियन फैशन ज्वैलरी एंड एसेसरीज (Indian Fashion Jewelery & Accessories) का वर्चुअल मेला (virtual fair) चल रहा है, 2 जून से 4 जून तक चलने वाला यह मेला उत्पादकों और कारीगरों के लिए खास रहा। हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (Council for Export Promotion of Handicrafts) (ईपीसीएच) (EPCH) के महानिदेशक राकेश कुमार ने बताया कि इस वर्चुअल मेले (virtual fair) में शामिल उत्पादक और कारीगर बदली हुई परिस्थितियों में एक अनोखी तरह की अऩुभूति कर रहे हैं। वो अपने घरों और फैक्टरी परिसर में सुरक्षित बैठकर अपने उत्पादों को दुनिया भर के ग्राहकों तक पहुंचा रहे हैं।
कोविड 2019 ने सप्लाई चेन को बुरी तरह प्रभावित किया
वे अपने घरों में सुरक्षित रह कर दुनिया भर के ग्राहकों से संवाद कर पा रहे हैं। कोविड 2019 महामारी ने दुनिया भर में सप्लाई चेन को बुरी तरह प्रभावित किया है। लोग यात्राएं नहीं कर पा रहे हैं, ऐसे में वैश्विक अर्थव्यवस्था पर भी बुरा असर पड़ा है। मेला आयोजकों को अपने आयोजनों को स्थगित और रद कर विकल्पों की तलाश करनी पड़ रही है। ऐसे में ईपीसीएच (EPCH) के वर्चुअल मेले (virtual fair) का ये प्लेटफार्म उनके सदस्य निर्यातकों के लिए राहत और अवसर का एक बड़ा मंच साबित होगा। इससे जहां व्यापार पटरी पर लौटेगा, वहीं एमएसएमई सेक्टर में काम करने वाले छोटे कारगीरों, शिल्पकारों, हस्तशिल्पियों को काम भी मिल सकेगा।
कलाकृतियों का प्रदर्शन भी वर्चुअल मोड पर
कुमार ने कहा कि कि ईपीसीएच (EPCH) ने हर संभव प्रयास किया है कि वर्चुअल मोड (virtual mode) पर होने वाले इस आयोजन में वो सारी गतिविधियां शामिल हों जो सामान्य मेले में आयोजित होती हैं। इसी कड़ी में रैंपशो, वेबिनार्स और राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित हस्तशिल्पियों की कलाकृतियों का प्रदर्शन भी वर्चुअल मोड (virtual mode) पर किया जा रहा है। टेक्नोलॉजी टुडे-मर्जिंग दि वर्ल्ड ऑफ क्राफ्ट, डिजाइन एंड साइंस विषय पर आयोजित वेबिनार में कई विषय विशेषज्ञों ने अपने अनुभव साझा किए कि कैसे तकनीक आज कला और डिजाइनिंग में अपनी भूमिका अदा कर रही है।