जयपुर। कुछ राज्यों में सक्रिय टिड्डी दलों पर नियंत्रण (control grasshopper groups) के लिए कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा 28 मई को विभागीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) ने समीक्षा की. उन्होंने कहा कि सरकार इस समस्या को पूरी गंभीरता से ले रही है. राज्यों के साथ मिलकर सभी आवश्यक कदम भी उठाए जा रहे हैं. राज्यों को एडवायजरी जारी की जा चुकी है.
ब्रिटेन से स्प्रेयर 15 दिनों में आएंगे
ब्रिटेन से अतिरिक्त स्प्रेयर 15 दिनों के भीतर ही अपने देश आने शुरू हो जाएंगे. इनका आर्डर पहले ही दिया जा चुका है. 45 और स्प्रेयर भी अगले एक-डेढ़ महीने में खरीद लिए जाएंगे. ऊंचे पेड़ों व दुर्गम क्षेत्रों में प्रभावी नियंत्रण हेतु कीटनाशकों (pesticides) के छिड़काव के लिए ड्रोन (Drones and helicopters) का उपयोग किया जाएगा, और कुछ जगहों पर हो भी रहा है हम इस सक्रिय टिड्डी दलों (Locust Group) पर नियंत्रण करने के लिए हेलिकॉप्टर सेवाएं (Drones and helicopters) लेने के भी तैयारी में हैं.
क्षेत्रवार 11 नियंत्रण कक्ष स्थापित
क्षेत्रवार 11 नियंत्रण कक्ष स्थापित कर विशेष दलों की तैनाती करते हुए उनके साथ अतिरिक्त कर्मचारी भी लगाए गए हैं. सभी स्थानों पर किसानों की मदद से नियंत्रण दल तत्परता से कार्रवाई में जुटे हुए हैं. गुरुवार को कृषि मंत्रालय में नरेन्द्र सिंह तोमर ने दोनों राज्य मंत्रियों तथा सचिव के साथ बैठक कर स्थिति की विस्तृत समीक्षा की. कृषि मंत्री ने बताया कि जरूरत पड़ने पर संबंधित राज्यों को संसाधनों के अलावा वित्तीय सहायता भी दी जा रही है. सभी जागरूक किसानों तथा राज्य शासन एवं जिला प्रशासन के साथ मिलकर इस समस्या से निपटा जा रहा है.
इन शहरों में है टिडिडयों का आतंक
बता दें, अब तक मंदसौर, नीमच, उज्जैन, रतलाम, देवास, आगर,मालवा, छतरपुर, सतना ग्वालियर, राजस्थान के जैसलमेर, श्रीगंगानगर, जोधपुर, बाड़मेर, नागौर, अजमेर, पाली, बीकानेर, भीलवाड़ा, सिरोही, जालोर, उदयपुर, प्रतापगढ़, चित्तौडगढ़, दौसा, चुरू, सीकर, झालावाड़,जयपुर, करौली एवं हनुमानगढ़, गुजरात के बनासकांठा और कच्छ, उत्तरप्रदेश में झांसी और पंजाब के फाजिल्का जिले में 334 स्थानों पर 50,468 हेक्टेयर क्षेत्र में हॉपर और गुलाबी झुंडों को नियंत्रित किया गया है. वर्तमान में राजस्थान के दौसा, श्रीगंगानगर, जोधपुर, बीकानेर, म.प्र. के मुरैना और उ.प्र. के झांसी में अपरिपक्व गुलाबी टिड्डियों के झुंड (Locust groups) सक्रिय हैं.
टिड्डी नियंत्रण के लिए किया
टिड्डी नियंत्रण कार्यालयों (Locust Control Office) में 21 माइक्रोनैर और 26 उलवमास्ट (47 स्प्रे उपकरण) हैं, जिनका उपयोग टिड्डी (Locust groups) नियंत्रण के लिए किया जा रहा है. इसके अतिरिक्त 60 स्प्रेयर के लिए आपूर्ति आदेश दिया गया है, जिनकी आपूर्ति यूके स्थित कंपनी द्वारा की जाएगी. जून में दो बार में 35 और जुलाई में 25 की आपूर्ति हो जाएगी.