भिवाड़ी। अग्रणी कौशल विकास व प्रशिक्षण संगठन डायकिन जैपनीज़ इंस्टीट्यूट ऑफ मैन्युफैक्चरिंग ऐक्सीलेंस (Daikin Japanese Institute of Manufacturing Excellence) (डीजेआईएमई) ने राजस्थान स्किल्स एंड लाइवलिहुड डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (Rajasthan Skills and Livelihood Development Corporation) (आरएसएलडीसी) के साथ एक करार (मैमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग) पर दस्तखत किए हैं। यह करार राजस्थान सरकार द्वारा भिवाड़ी, राजस्थान में आयोजित इंडस्ट्री कनेक्ट कॉन्फ्रेंस में हुआ। इस करार पर डीजेआईएमई के महासचिव पंकज दीवान और आरएसएलडीसी की एमडी रेणु जयपाल ने हस्ताक्षर किए। इस एमओयू का उद्देश्य है राज्य सरकार के सहयोग से डीजेआईएमई के विज़न और मिशन को हासिल करना जो है भारतीय युवाओं को कुशल बनाना ताकी वे रोज़गार योग्य हो सकें, इस प्रकार उद्योग जगत को भी कुशल मैनपावर की उपलब्धता का फायदा मिलेगा।
युवाओं की ज़िंदगी में बदलाव
डायकिन इंडिया के चेयरमैन और एमडी के जे जावा ने कहा, ’’भारतीय युवाओं को कुशल और रोज़गार हेतु योग्य बनाने के अपने ध्येय को हासिल करने के लिए राजस्थान स्किल्स एंड लाइवलिहुड डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (आरएसएलडीसी) के साथी बन कर हम बहुत खुश हैं। राज्य सरकार के सहयोग से हम दूर-दराज़ के ग्रामीण इलाकों में पहुंच सकेंगे तथा परामर्श, प्रशिक्षण व मार्गदर्शन के माध्यम से युवाओं की ज़िंदगी में बदलाव ला पाएंगे। हमारे आरटीडी मॉडल (यानी रिक्रूट, ट्रेन और डिप्लॉय) का लक्ष्य है युवाओं, समाज एवं उद्योग को लाभ पहुंचाना और हमें विश्वास है की इस साझेदारी से राजस्थान के युवाओं को लेकर एक कुशल वर्कफोर्स बनेगी और राज्य में रोज़गार के अवसर उत्पन्न होंगे।’’
राजस्थान के युवाओं को जरूरी कौशल सिखा कर सशक्त
रेणु जयपाल ने कहा, ’’डीजेआईएमई के साथ सहयोग करते हुए हमें गौरव महसूस हो रहा है क्योंकि इस सहभागिता से राजस्थान के युवाओं को जरूरी कौशल सिखा कर सशक्त किया जा सकेगा।’’ डीजेआईएमई और आरएसएलडीसी द्वारा हस्ताक्षरित एमओयू भारत में कुशल वर्कफोर्स और युवाओं के लिए रोज़गार के मौके तैयार करने की दिशा में एक अहम कदम है। राज्य सरकार और डीजेआईएमई की विशेषज्ञता के इस सम्मिलन से भारतीय युवाओं को सही प्रशिक्षण व मार्गदर्शन मिलेगा जिससे वे अपने चुने हुए करियर में कामयाब होने में सक्षम हो पाएंगे।